सिमडेगा: मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के एक ट्वीट से चर्चा में आई सिमडेगा की पालनी के सपनों को अब नई उड़ान मिलेगी. पढ़ाई के राह में आर्थिक तंगी अब रोड़ा नहीं बनेगी. पालनी के सपनों को उड़ान देने और उसे मदद पहुंचाने की कवायद शुरू कर दी गई है. सीएम ने उपायुक्त को हर संभव मदद पहुंचाने का निर्देश दिया था. इसके बाद उपायुक्त के निर्देश पर सीडब्ल्यूसी की पूरी टीम पालनी के घर पहुंची और सरकारी योजनाओं का लाभ मिलना शुरू हुआ.
पालनी को जिला प्रशासन की तरफ से हर महीने दो हजार रुपए की सहायता राशि दी जाएगी. अडानी फाउंडेशन की तरफ से भी पालनी को हर महीने ढाई हजार रुपए की मदद की जाएगी. गौतम अडानी ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी.
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क्या है पूरा मामला ?
सिमडेगा की पालनी के परिवार की माली हालत बहुत खराब है. पिता का साया 11 साल पहले उठ गया था. पालनी अपना और मां का पेट भरने के लिए सड़क किनारे बैठकर चना बेचती है. ईटीवी भारत ने इस खबर को प्रकाशित किया था. मुख्यमंत्री तक मामला पहुंचा तो उन्होंने उपायुक्त को ट्वीट कर परिवार को हरसंभव मदद देने का आदेश दिया. पालनी के पिता की मौत हाई ब्लड प्रेशर की वजह से हो गई थी. इसी के चलते पालनी ने नर्स बनने का सपना देखा है. पालनी कहती है कि वह नर्स बनकर समाज सेवा करना चाहती है.