सिमडेगा: सरकार की हर घर बिजली पहुंचाने के लक्ष्य पर बिजली विभाग के अधिकारी ही पानी फेर रहे हैं. लापरवाही का आलम यह कि जिला मुख्यालय से महज 7 किलोमीटर दूर रानीकुदर गांव के लोग पिछले तीन महीने से अंधेरे में रह रहे हैं.
तीन महीने पहले गांव का एकमात्र ट्रांसफार्मर जल गया. जिसके बाद ग्रामीणों ने कई बार बिजली विभाग जाकर ट्रांसफार्मर बदलने की मांग की. लेकिन, विभाग के जेई से लेकर ईई सिर्फ झूठे वादे कर रहे हैं.
गांव के एक अरविंद नाम के युवक ने बताया कि हमने कई बार कार्यपालक अभियंता से मिलकर समस्या से अवगत कराते हुए ट्रांसफार्मर को बदलने की मांग की. विभाग ने आश्वासन दिया कि जल्द ही उनकी समस्याओं का समाधान हो जाएगा. लेकिन महीनों बीत जाने के बाद भी नया ट्रांसफार्मर नहीं लगाया गया.
इधर, बिजली नहीं होने के कारण गृहणियों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है, तो दूसरी ओर बच्चों के पढ़ाई पर भी बुरा असर पड़ रहा है.