सिमडेगा: कुरडेग प्रखंड के कुटमा-कच्छार वन रक्षा समिति के सदस्यों ने अध्यक्ष पर मनमानी का आरोप लगाया है. समिति के अन्य सदस्यों का कहना है कि जब जंगल की देख-रेख के लिए समिति बनाई गई है, तो वन क्षेत्र में होने वाले कार्यों की जानकारी समिति के सदस्यों को होनी चाहिए.
बावजूद इसके अध्यक्ष मनमाने तरीके से कार्य निष्पादित किया जाता है, जो कि निंदनीय है. समिति के लोगों ने जब अध्यक्ष से इस मामले पर बात करने की कोशिश की तो उन्होंने टाल-मटोल अंदाज में अनभिज्ञता जताई.
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अध्यक्ष की कार्यशैली से नाराज समिति ने वन विभाग को लिखित शिकायत करने का निर्णय लिया है. साथ ही प्रशासन से अध्यक्ष पद पर विचार करने की मांग की है. गौरतलब हो वन रक्षा समिति का उद्देश्य जंगलों की रक्षा करना है. जिस उद्देश्य से समिति का निर्माण किया गया था. जिससे संरक्षित जंगलों पर किसी प्रकार लोगों जंगल को नुकसान न पहुंचाया जाए.