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हॉकी नगरी में खेल को बढ़ावा देने के नाम पर सरकारी पैसों की लूट, खेल मैदान बनाने में अनियमितता

हॉकी की नर्सरी सिमडेगा में खेल मैदान निर्माण में अनियमितता (Irregularities in construction of sports ground) सामने आ रही है. 1 करोड़ 74 लाख की लागत से यहां बनवाए जा रहे 12 खेल मैदानों में भ्रष्टाचार सामने आ रहा है. दस खेल मैदानों में न मिट्टी भराव कराया गया और न घेरेबंदी की प्रॉपर व्यवस्था और राशि का भुगतान कर दिया गया.

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खेल मैदान बनाने में अनियमितता
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Published : Sep 20, 2022, 4:26 PM IST

Updated : Sep 20, 2022, 4:56 PM IST

सिमडेगा: हॉकी की नर्सरी के नाम से विख्यात सिमडेगा जहां हॉकी और हॉकी खिलाड़ियों को काफी सम्मान दिया जाता है. जिसने दर्जनों अंतरराष्ट्रीय और सैकड़ों राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी दिए हैं. जहां से असुंता लाकड़ा, सलीमा टेटे, संगीता कुमारी जैसी खिलाड़ी निखरी हैं और इन्होंने विश्व में सिमडेगा को पहचान दिलाई है. वहीं खेल को बढ़ावा देने के नाम पर सरकारी पैसों की लूट मची है. एक और मामले से इसका खुलासा हुआ है.

ये भी पढ़ें-श्रमदान कर खिलाड़ियों ने किया खेल मैदान का निर्माण, बच्चों को मिलेगा निशुल्क प्रशिक्षण

बता दें कि हॉकी के प्रति सिमडेगा के बच्चों के जुड़ाव को देखते हुए, उनकी छुपी प्रतिभाओं को निखारने के लिए बीते वर्ष 1,74,13,200 रुपये की लागत से सिमडेगा के विभिन्न प्रखंडों में हॉकी के 12 खेल मैदान बनाने की योजना को स्वीकृति दी गई थी. इसमें बड़े स्तर पर भ्रष्टाचार का मामला सामने आ रहा है. इन 12 में से दस खेल मैदान के बनाने में अनियमितता (Irregularities in construction of sports ground) सामने आ रही है.

योजना के अनुसार प्रत्येक मैदान के निर्माण की प्राक्कलन राशि 14,51,100 रुपये है, जिसके तहत मैदानों का समतलीकरण, मिट्टी का भराव, सीमेंट पिलर और तार की घेराबंदी तथा पानी निकासी के लिए उचित व्यवस्था किया जाना है. लेकिन अधिकांश मैदानों में मिट्टी का भराव किया ही नहीं गया है, वहीं घेराबंदी में भी अनियमितता साफ तौर पर देखी जा सकती है. अनियमितता ऐसी है कि मैदान में कंकड़ पत्थर बिखरे हैं तथा कई खेल मैदान तो ऐसे हैं जो हल्की बारिश में तालाब बन जाते हैं.

देखें पूरी खबर
आरोप है कि इसके बावजूद 10 खेल मैदान का हैंडओवर ले लिया गया है, जबकि प्राक्कलन अनुसार मैदान का निर्माण कार्य नहीं किया गया है. इसके लिए पूर्व खेल पदाधिकारी तुषार राय पर सवाल उठाए जा रहे हैं. आरोप है कि पूर्व खेल पदाधिकारी तुषार राय के कार्यकाल के दौरान ही इन 10 खेल मैदानों के संवेदकों को लगभग 80% राशि का भुगतान भी कर दिया गया है.इस संबंध में जिला खेल पदाधिकारी प्रवीण कुमार कहते हैं कि इस पूरे मामले पर जांच के लिए उन्हें निर्देश प्राप्त हुए थे. इससे संबंधित रिपोर्ट संबंधित अधिकारी को सौंप दी जाएगी. हालांकि जांच रिपोर्ट में क्या कुछ निकल कर सामने आया है. इस पर डीएसओ ने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया.

सिमडेगा: हॉकी की नर्सरी के नाम से विख्यात सिमडेगा जहां हॉकी और हॉकी खिलाड़ियों को काफी सम्मान दिया जाता है. जिसने दर्जनों अंतरराष्ट्रीय और सैकड़ों राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी दिए हैं. जहां से असुंता लाकड़ा, सलीमा टेटे, संगीता कुमारी जैसी खिलाड़ी निखरी हैं और इन्होंने विश्व में सिमडेगा को पहचान दिलाई है. वहीं खेल को बढ़ावा देने के नाम पर सरकारी पैसों की लूट मची है. एक और मामले से इसका खुलासा हुआ है.

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बता दें कि हॉकी के प्रति सिमडेगा के बच्चों के जुड़ाव को देखते हुए, उनकी छुपी प्रतिभाओं को निखारने के लिए बीते वर्ष 1,74,13,200 रुपये की लागत से सिमडेगा के विभिन्न प्रखंडों में हॉकी के 12 खेल मैदान बनाने की योजना को स्वीकृति दी गई थी. इसमें बड़े स्तर पर भ्रष्टाचार का मामला सामने आ रहा है. इन 12 में से दस खेल मैदान के बनाने में अनियमितता (Irregularities in construction of sports ground) सामने आ रही है.

योजना के अनुसार प्रत्येक मैदान के निर्माण की प्राक्कलन राशि 14,51,100 रुपये है, जिसके तहत मैदानों का समतलीकरण, मिट्टी का भराव, सीमेंट पिलर और तार की घेराबंदी तथा पानी निकासी के लिए उचित व्यवस्था किया जाना है. लेकिन अधिकांश मैदानों में मिट्टी का भराव किया ही नहीं गया है, वहीं घेराबंदी में भी अनियमितता साफ तौर पर देखी जा सकती है. अनियमितता ऐसी है कि मैदान में कंकड़ पत्थर बिखरे हैं तथा कई खेल मैदान तो ऐसे हैं जो हल्की बारिश में तालाब बन जाते हैं.

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आरोप है कि इसके बावजूद 10 खेल मैदान का हैंडओवर ले लिया गया है, जबकि प्राक्कलन अनुसार मैदान का निर्माण कार्य नहीं किया गया है. इसके लिए पूर्व खेल पदाधिकारी तुषार राय पर सवाल उठाए जा रहे हैं. आरोप है कि पूर्व खेल पदाधिकारी तुषार राय के कार्यकाल के दौरान ही इन 10 खेल मैदानों के संवेदकों को लगभग 80% राशि का भुगतान भी कर दिया गया है.इस संबंध में जिला खेल पदाधिकारी प्रवीण कुमार कहते हैं कि इस पूरे मामले पर जांच के लिए उन्हें निर्देश प्राप्त हुए थे. इससे संबंधित रिपोर्ट संबंधित अधिकारी को सौंप दी जाएगी. हालांकि जांच रिपोर्ट में क्या कुछ निकल कर सामने आया है. इस पर डीएसओ ने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया.
Last Updated : Sep 20, 2022, 4:56 PM IST
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