सिमडेगा: ईटीवी भारत की खबर पर सिमडेगा उपायुक्त सुशांत गौरव ने संज्ञान लेते हुए बिरहोर जनजाति की समस्याओं को दूर करने की बात कही है. बीते 13 फरवरी को 'उपेक्षित बिरहोर' की खबर को ईटीवी ने प्रमुखता के साथ प्रकाशित किया था. जिस पर उपायुक्त ने संज्ञान लेकर बीडीओ कीकू महतो को निर्देशित करते हुए कहा कि इनकी समस्याओं को दूर करने की पहल की जाए. साथ ही प्लानिंग के तहत इन्हें रोजगार मुहैया कराने की दिशा में कार्य करें.
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सिमडेगा के पाकरटांड प्रखंड अंतर्गत डोभाया गांव में निवास करने वाले 22 बिरहोर जनजाति परिवार की वास्तविक स्थिति उपायुक्त तक पहुंची. इसको लेकर उन्होंने गंभीरता दिखाते हुए सुविधा पहुंचाने की दिशा में पहल अविलंब आरंभ की. उपायुक्त ने ईटीवी का धन्यवाद देते हुए कहा कि इनकी स्थिति में सुधार हो इसके लिए प्रशासन सतत प्रयत्नशील है. जिनका भी पेंशन छूट गया है, उन्हीं जल्द ही लाभान्वित किया जाएगा. साथ ही आवास सहित अन्य समस्याओं पर जल्द ही सुधार किया जाएगा. उपायुक्त ने बताया कि जिला में पीभीटीजी के जरिए आदिम जनजाति का विजन प्लान तैयार है. जिसके तहत इन्हें हर तरह की सुविधाएं मुहैया कराई जा रही है. बहुत जल्द ही स्किल डेवलपमेंट के तहत इन्हें ड्राइविंग की ट्रेनिंग दी जाएगी, जिससे इन्हें रोजगार दिया जा सके.
बिरहोर के हुनर को मिलेगा बाजार
इसके अलावा डीसी ने बताया कि ये बिरहोर परिवार रस्सी बनाते हैं, उनके इस हुनर को और निखार कर व्यवसाय से जोड़ने की पहल की जाएगी. जिसके लिए पूरी तरह से देसी तकनीकी यंत्र की व्यवस्था की जा रही है. जिससे ये कम समय में अधिक रस्सी बना सकें, जो बिल्कुल ही प्लास्टिक मुक्त होगी. जैसे ही इनकी आय बढ़ेगी, इनकी स्थिति में निरंतर सुधार होगा. वहीं जिला प्रशासन जल्द ही इन्हें खेती लायक जमीन मुहैया कराएगी, जिससे ये खेतीबाड़ी भी कर सके.