सिमडेगा: बुधवार को प्रभु जगन्नाथ अपने भाई बलभद्र और बहन सुभद्रा के साथ अपने मुख्य मंदिर लौट गए. 9 दिन की अवधि के बाद घूरती रथ का आयोजन जिले के विभिन्न क्षेत्रों में किया गया.
घूरती रथ का आयोजन
इस दौरान सिमडेगा में भगवान जगन्नाथ प्रभु विश्वकर्मा के बने चार पहिया वाहन पिकअप में सवार होकर अपने घर को निकले हैं. भक्तों ने सर्वप्रथम भगवान के विग्रहों को अपने हाथों में उठाकर रथ की परिक्रमा की, जिसके बाद उन्हें उनके आसन पर विराजमान किया.
घूरती रथ का कराया नगर में भ्रमण
वहीं, भक्तों ने भगवान के रथ को कुछ दूर तक धक्का दिया, जिसके बाद गाड़ी स्टार्ट कर धीरे-धीरे प्रभु को नगर भ्रमण कराते हुए मुख्य मंदिर टुकूपानी के लिए लेकर निकले. प्रभु के रथयात्रा शुरू करने से पूर्व बुधवार सुबह विधि-विधान पूर्वक पूजा की गई.
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पंडितों ने की सभी की पूजा
वहीं पंडितों ने एक-एक कर सुदर्शन चक्र, नरसिंह, गरुड़, भगवान बलभद्र, बहन सुभद्रा और जगन्नाथ स्वामी के विग्रहों को पूजा की गई. साथ ही सभी विग्रहों को फूल-चंदन अआदि से सुसज्जित कर श्री विष्णु सहस्त्रनाम और श्री जगन्नाथ अष्टकम का पाठ किया गया, जिसके बाद रथ यात्रा निकाली गई. इस दौरान भक्तों में काफी उत्साह देखा गया.
भक्तों में देखा गया काफी उत्साह
सभी विग्रहों को फूल-चंदन आदि से सुसज्जित कर श्री विष्णु सहस्त्रनाम और श्री जगन्नाथ अष्टकम का पाठ किया गया, जिसके बाद रथ यात्रा निकाली गई. इस दौरान भक्तों में काफी उत्साह देखा गया.