सिमडेगा: यूं तो सिमडेगा जिला झारखंड राज्य के अति पिछड़े जिलों में गिना जाता है. जहां आज भी सड़क की बदहाल स्थिति, रोजगार की कमी और स्वास्थ्य सुविधाओं की कमी जैसी समस्याओं से लोगों को जूझना पड़ रहा है, लेकिन इन सबके बीच कभी-कभी कुछ ऐसी खबरें भी आ जाती हैं. जो लोगों के दिलों दिमाग में एक उम्मीद की छोटी सी किरण जगा जाती हैं. सदर अस्पताल सिमडेगा में जल्द ही मरीजों के लिए डायलिसिस की सुविधा का शुभारंभ होगा. इसके लिए सारी तैयारियां लगभग पूरी की जा चुकी हैं. सदर अस्पताल के पहले तल्ले के एक वार्ड में डायलिसिस के दौरान जरूरत की सारी मशीनरी भी उपलब्ध कराई जा चुकी हैं. साथ ही एक डॉक्टर एम हसन और टेक्नीशियन निखिल कुमार की नियुक्ति भी की जा चुकी है.
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मिली जानकारी के अनुसार सदर अस्पताल और डीसीडीसी कंपनी के साथ एमओयू होना शेष है. डायलिसिस की सुविधा शुरू हो जाने से जिले के सैकड़ों मरीजों को बाहर के शहरों में नहीं जाना पड़ेगा. हालांकि पूर्व से शांति भवन हॉस्पिटल बीरू में डायलिसिस किया जाता था, लेकिन आए दिन मशीन खराब होने और अन्य कई तरह की परेशानियों के कारण मरीजों को बाहर का रुख करना पड़ता था. सदर अस्पताल में यह सुविधा आरंभ होने से जहां एक सीमित राशि में डायलिसिस की सुविधा मरीजों को उपलब्ध कराई जाएगी. सदर अस्पताल में डायलिसिस शुरू होने से मरीजों को महज ₹1047 में यह सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी, जबकि दूसरे अस्पतालों में डायलिसिस के नाम पर ₹3000 से ₹4000 की राशि मरीजों से ली जाती है. वहीं, बीपीएल कार्ड धारियों को यह सुविधा पूरी तरह से सदर अस्पताल में मुफ्त होगी. सदर अस्पताल में मरीजों के साथ दुर्व्यवहार और असुविधा के कई मामले सामने आते रहे हैं, लेकिन इस तरह की खबरें लोगों के अंदर एक उम्मीद की किरण जगा जाती है. सिविल सर्जन प्रमोद कुमार सिन्हा ने बताया कि केवल डीसीडीसी कंपनी के साथ एमओयू साइन होना शेष है. वहीं एक मरीज का डायलिसिस ट्रायल भी हो चुका है. आने वाले 1 सप्ताह में डायलिसिस की सुविधा सामान्य लोगों के लिए आम लोगों के लिए शुरू कर दी जाएगी. साथ ही उन्होंने बताया कि बीते 2 वर्षों से डायलिसिस की सुविधा शुरू करने के लिए प्रबंधन काफी प्रयासरत था, अब जाकर इसमें सफलता मिली है.