सिमडेगा: उपायुक्त सुशांत गौरव और पुलिस अधीक्षक डाॅ शम्स तबरेज की संयुक्त अध्यक्षता में मानव और बाल तस्करी से संबंधित मामलों पर समीक्षा की गई. जिसमें सभी थाना प्रभारी को मानव तस्करी रोकने के लिए युद्धस्तर पर कार्य करने का निर्देश दिया गया. मानव तस्करी रोकने के लिए जिले के हर थाना क्षेत्र में चलाए जा रहे अभियान को सफल बनाने का निर्देश दिया गया है. उपायुक्त ने मानव तस्करी को रोकने के लिए पुलिस को ग्रामीणों और जेएसएलपीएस की सखी मंडल से भी मदद लेने को कहा, साथ ही उन्होंने इसे लेकर गांवों में अभियान चलाने को कहा.
उपायुक्त ने निर्देश दिया कि जिले में एसटी, एससी एक्ट के तहत महिलाओं का किसी भी प्रकार का शोषण किया जा रहा हो, तो तत्काल दोषी को पकड़ें और महिला को आईटीडीए विभाग के माध्यम से मुआवजा दिलाएं. जिले में बाल यौन शोषण होने पर पोक्सो एक्ट के तहत दोषी को कठोर सजा देने का प्रावधान है और चाइल्ड वेलफेयर काॅन्सेलिंग के जरिये बच्चे को मुआवजा दिया जाता है.
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सिमडेगा में डायन कुप्रथा को जड़ से किया जाएगा खत्म
वहीं सिमडेगा में डायन कुप्रथा को जड़ से खत्म करने के लिए अंतिम व्यक्ति तक की पहचान करते हुए कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया. इसे लेकर जेएसएलपीएस की सखी मंडल गांव जाएंगी और गरिमा अभियान के तहत वहां समाजिक कुरीतियों को समाप्त करने में सहयोग करेंगी. उन्होंने यह भी कहा कि जमीन से संबंधित मामले अविलंब अनुमंडल पदाधिकारी को बताएं. उन्होंने थाना प्रभारी को प्रखंड विकास पदाधिकारी से समन्वय स्थापित करते हुए मासिक समीक्षा बैठक करने का निर्देश दिया है. सड़क दुर्घटना को देखते हुए उन्होंने कहा कि सड़क दुर्घटना होने पर पुलिस त्वरित संज्ञान लेते हुए घायल व्यक्ति को तुरंत अस्पताल भेजने की व्यवस्था करें. बैठक में अनुमंडल पदाधिकारी, जिला खनन पदाधिकारी, डीएसपी, एसडीपीओ, सभी थाना प्रभारी के अलावा अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे.