सिमडेगा: जिला के ठेठईटांगर प्रखंड के सुदूरवर्ती कोरोमियांं गांव में कई बालक-बालिकाएं राष्ट्रीय और अंतररास्ट्रीय स्तर पर हॉकी खेल रहे हैं. लेकिन गांव में खिलाड़ियोंं के हॉकी अभ्यास के लिए कोई मैदान नहीं है, जिसके कारण खिलाड़ियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था. इसे देखते हुए यहांं के खिलाड़ियों और उनके अभिभावकों ने खुद से मैदान बनाने की ठानी. 02 अक्टूबर 2020 को हॉकी सिमडेगा के महासचिव मनोज कोनबेगी और विजय तिर्की के नेतृत्त्व में दर्जनों खिलाड़ियों और उनके अभिभावकों ने गांव में खाली पड़े सरकारी भूमि पर श्रमदान कर मैदान बनाने की शुरुआत की.
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मुखिया ने किया निरीक्षण
जब खबर पंचायत के मुखिया, पंचायत सचिव, रोजगार सेवक को मिली तो वो गांव पहुंचकर श्रमदान से मैदान बना रहे कार्य स्थल का निरीक्षण किया और ग्रामीणों से बात कर उस गांव में मैदान की आवश्यकता के महत्व को समझा और प्रखंड विकास पदाधिकारी से मिलकर वहांं मनरेगा योजना से मैदान निर्माण की स्वीकृति दिलाई. जानकारी मिलते मनोज कोनबेगी ने मैदान कार्य स्थल पहुंचकर कार्य स्थल का निरीक्षण किया और कार्य कर रहे ग्रामीणों से कहा जल्दी-जल्दी इस कार्य को पूरा करें, जिस मैदान को आपलोग श्रमदान से बना रहे थे. उसे प्रशासन ने बनाने का निर्णय ले लिया जो बहुत खुशी की बात है. इसमें आप लोग प्रशासन का पूर्ण सहयोग करें. जिले में यह पहला अवसर है, जब प्रशासन ने खिलाड़ियों के हित में इतना त्वरित और सराहनीय कार्य किया है. यदि इसी तरह सभी पंचायतों में कार्य होने लग जाएंगे, तो वे दावे के साथ कह सकते हैं कि भारतीय टीम में एक दो नहीं बल्कि पूरी की पूरी भारतीय टीम में सिमडेगा के खिलाड़ी ही नजर आएंगे. खिलाड़ियों के हित में त्वरित और सकारात्मक कार्य करने के लिए मुखिया, पंचायत सचिव, रोजगार सेवक और प्रखंड विकास पदाधिकारी को हॉकी सिमडेगा की ओर से किया सम्मानित किया जाएगा.