सिमडेगा: जिले में आयोजित होने वाली 11वीं जूनियर नेशनल हॉकी चैंपियनशिप में भाग लेने बीते 30 मार्च को हॉकी चंडीगढ़ की टीम सिमडेगा पहुंची थी. ये सभी खिलाड़ी 7 दिनों बाद मंगलवार को अपने शहर चंडीगढ़ लौट गईं. कोविड-19 के प्रोटोकॉल को देखते हुए आगमन वाले दिन सभी खिलाड़ियों की कोरोना जांच कराई गई थी, जिसमें चंडीगढ़ टीम की पांच खिलाड़ी कोरोना पॉजिटिव पायी गयीं थीं.
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जिसके बाद संक्रमित पायी गयी सभी खिलाड़ियों को कोविड केयर सेंटर में आइसोलेट किया गया था. वहीं नेगेटिव पाए गए खिलाड़ियों को दूसरे भवनों में क्वारेंटाइन किया गया था,जहां इनकी सभी जरूरतों का पूरा ध्यान रखा गया.
खिलाड़ियों की देखभाल से लेकर उनके खानपान का विशेष ध्यान रखा गया. समय बदला और कुछ दिनों बाद सभी खिलाड़ियों का पुनः सैंपल लिया गया. जिसमें सभी खिलाड़ी सुरक्षित पाई गयीं.
जिसके पश्चात चिकित्सकों द्वारा उन्हें घर जाने की अनुमति दी गई. मंगलवार को सभी 15 खिलाड़ी चंडीगढ़ के लिए रवाना हुईं. इस दौरान जिला खेल पदाधिकारी तुषार राय ने चंडीगढ़ टीम के कोच शारिक हुसैन को शॉल देकर सम्मानित किया. साथ ही सभी के मंगलयात्रा की कामना की. चंडीगढ़ टीम के कोच हुसैन ने कहा कि सिमडेगा में उन्हें काफी सहयोग व प्यार मिला है.
पहले दिन जब वे लोग सिमडेगा पहुंचे थे. उस दिन के स्वागत से लेकर मंगलवार को रवाना होने तक जिला प्रशासन द्वारा दी गई सुविधाएं और सहयोग उन्हें हमेशा याद रहेगी.
जिला प्रशासन का दिया धन्यवाद
हालांकि टूर्नामेंट नहीं होने का अफसोस तो है, परंतु जब यह कोरोना का संकट टल जाएगा, तो वे लोग चैंपियनशिप के लिए पुनः आएंगे. सिमडेगा उपायुक्त सुशांत गौरव, एसपी शम्स तबरेज सहित पूरे जिला प्रशासन का धन्यवाद करते हुए. उन्होंने कहा कि सिमडेगा में उनका काफी ख्याल रखा गया.
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सभी के रहने, खाने और देखभाल की पूरी व्यवस्था की गई थी.इसके अलावा चंडीगढ़ टीम की खिलाड़ी पलक कहती हैं कि सिमडेगा आकर उन्हें काफी खुशी महसूस हुई. हालांकि कोरोना के कारण टूर्नामेंट नहीं हो पाया, इस बात का अफसोस है, क्योंकि वे लोग काफी तैयारियां कर सिमडेगा आई थीं.
साथ ही कहा कि भविष्य में जब सिमडेगा में टूर्नामेंट का आयोजन होगा, सभी पुनः आने की चाहत रखती है. क्योंकि यहां की व्यवस्था ने उन लोगों का काफी प्रभावित किया है.