सरायकेला: जिले में लघु एवं सूक्ष्म विभाग ने ऊर्जा दक्षता और नवीकरणीय ऊर्जा के उपाय को लेकर एक कार्यशाला सह बिजनेस टू बिजनेस बैठक की. यह बैठक औद्योगिक क्षेत्र स्थित एशिया सभागार में की गई.
बैठक में संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम के तकनीकी विशेषज्ञों ने औद्योगिक क्षेत्र के उद्यमियों को एयर कंप्रेसर और वेरिएबल फ्रिकवेंसी टेक्नोलॉजी पर केंद्रित जानकारियां दी. तकनीकी विशेषज्ञों ने बताया कि अब तक इस तकनीक का प्रयोग कर 60 लघु और सूक्ष्म उद्योगों ने किया है, जिससे पता चला है कि 50% इकाइयों में 2 से 3 साल की औसत अवधि में कंप्रेस्ड वायु प्रणाली में 20% की ऊर्जा बचत होती है. इस तकनीक को एम एस एनर्जी सॉल्यूशन के माध्यम से संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम के जरिये निर्माताओं के साथ- साथ आपूर्तिकर्ता के तकनीक से जोड़ने का कार्य किया जा रहा है.
केंद्र और राज्य सरकार योजनाओं को आसानी से बनाने और उद्योगों तक पहुंचाने के उद्देश्य से इस प्रकार के कार्यक्रमों का आयोजन कर रही है. इस कार्यशाला में उपकरण निर्माण करने वाली कंपनी के विशेषज्ञों ने कंप्रेस्ड वायु उत्पादन और वितरण प्रणाली में ऊर्जा संरक्षण के विभिन्न संचालन और रख रखाव के नए तकनीकों के बारे में जानकारी दी.
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कार्यशाला के माध्यम से औद्योगिक क्षेत्र समेत स्थानीय उद्योगों में एयर कंप्रेसर की क्षमता बढ़ाने और इस नई तकनीक के रूप में फ्रिकवेंसी ड्राइव को बढ़ावा देने को लेकर महत्वपूर्ण जानकारियां दी गई. गौरतलब है कि संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम के तहत ऊर्जा दक्षता और संरक्षण पर विशेष फोकस किया जा रहा है. इसके तहत उद्योगों में नए प्रयोग लगातार किए जा रहे हैं.