ETV Bharat / state

सरायकेला: श्रम कानून हेल्थ एंड सेफ्टी पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन, इन बातों पर हुई चर्चा - आदित्यपुर में श्रम कानून हेल्थ एंड सेफ्टी पर कार्यशाला का आयोजन

आदित्यपुर औद्योगिक क्षेत्र में श्रम कानून हेल्थ एंड सेफ्टी पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया. कार्यशाला को संबोधित करते हुए टाटा स्टील के पूर्व चीफ बीएन सारंगी ने कहा कि एमएसएमई देश की अर्थव्यवस्था में 30 फीसदी योगदान करता है, जबकि निर्यात में 40 फीसदी का योगदान है.

श्रम कानून हेल्थ एंड सेफ्टी पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन
Workshop on Labor Law Health and Safety in Seraikela
author img

By

Published : Nov 9, 2020, 12:07 PM IST

सरायकेला: आदित्यपुर औद्योगिक क्षेत्र में इंडस्ट्री ऑल ग्लोबल यूनियन नेशनल मेटल वर्क फेडरेशन के तत्वाधान में श्रम कानून हेल्थ एंड सेफ्टी पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया. इस मौके पर मौजूद मजदूर और उद्योगों के प्रतिनिधियों को श्रम कानून की जानकारियां प्रदान की गई.

देखें पूरी खबर

देश की अर्थव्यवस्था में 30% एमएसएमई का योगदान

कार्यशाला को संबोधित करते हुए टाटा स्टील के पूर्व चीफ बीएन सारंगी ने कहा कि एमएसएमई देश की अर्थव्यवस्था में 30 फीसदी योगदान करता है, जबकि निर्यात में 40 फीसदी का योगदान है. उन्होंने केंद्र सरकार से नए श्रम कानून पर यूनियनों से सकारात्मक वार्ता करने और ट्रेड यूनियन के साथ सामंजस्य स्थापित कर मजदूर हित में काम करने की बात कही. उन्होंने मजदूरों को सामाजिक सुरक्षा उपलब्ध कराने की भी मांग की है.

ये भी पढ़ें-सुखदेव भगत के कांग्रेस में वापसी के कयास पर रामेश्वर उरांव का तंज, कहा- कांग्रेस-बीजेपी में नहीं है उनकी विश्वसनीयता

बेहतर हो मजदूरों की जीवन शैली

कार्यशाला में मौजूद टाटा वर्कर्स यूनियन के पूर्व अध्यक्ष और इंडियन नेशनल मेटल वर्क्स फेडरेशन के महासचिव रघुनाथ पांडेय ने कहा कि मजदूर वर्ग के प्रति जागरूकता लाने के उद्देश्य से कार्यशाला का आयोजन किया गया है. उन्होंने बताया कि मजदूर के जीवन शैली को बेहतर बनाने का प्रयास किया जाएगा. इंडस्ट्रियल ग्लोबल यूनियन आज विश्व भर में 144 देशों में मजदूरों की आवाज बनने का काम कर रही है. भारत में असंगठित क्षेत्र में 94 फीसदी मजदूर कार्यरत हैं, जो आज भी मूलभूत सुविधाओं से वंचित हैं. इस मौके पर केंद्र सरकार के मजदूर विरोधी नीतियों के खिलाफ एकजुट होने का संदेश मजदूर और प्रतिनिधियों को दिया गया.

सरायकेला: आदित्यपुर औद्योगिक क्षेत्र में इंडस्ट्री ऑल ग्लोबल यूनियन नेशनल मेटल वर्क फेडरेशन के तत्वाधान में श्रम कानून हेल्थ एंड सेफ्टी पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया. इस मौके पर मौजूद मजदूर और उद्योगों के प्रतिनिधियों को श्रम कानून की जानकारियां प्रदान की गई.

देखें पूरी खबर

देश की अर्थव्यवस्था में 30% एमएसएमई का योगदान

कार्यशाला को संबोधित करते हुए टाटा स्टील के पूर्व चीफ बीएन सारंगी ने कहा कि एमएसएमई देश की अर्थव्यवस्था में 30 फीसदी योगदान करता है, जबकि निर्यात में 40 फीसदी का योगदान है. उन्होंने केंद्र सरकार से नए श्रम कानून पर यूनियनों से सकारात्मक वार्ता करने और ट्रेड यूनियन के साथ सामंजस्य स्थापित कर मजदूर हित में काम करने की बात कही. उन्होंने मजदूरों को सामाजिक सुरक्षा उपलब्ध कराने की भी मांग की है.

ये भी पढ़ें-सुखदेव भगत के कांग्रेस में वापसी के कयास पर रामेश्वर उरांव का तंज, कहा- कांग्रेस-बीजेपी में नहीं है उनकी विश्वसनीयता

बेहतर हो मजदूरों की जीवन शैली

कार्यशाला में मौजूद टाटा वर्कर्स यूनियन के पूर्व अध्यक्ष और इंडियन नेशनल मेटल वर्क्स फेडरेशन के महासचिव रघुनाथ पांडेय ने कहा कि मजदूर वर्ग के प्रति जागरूकता लाने के उद्देश्य से कार्यशाला का आयोजन किया गया है. उन्होंने बताया कि मजदूर के जीवन शैली को बेहतर बनाने का प्रयास किया जाएगा. इंडस्ट्रियल ग्लोबल यूनियन आज विश्व भर में 144 देशों में मजदूरों की आवाज बनने का काम कर रही है. भारत में असंगठित क्षेत्र में 94 फीसदी मजदूर कार्यरत हैं, जो आज भी मूलभूत सुविधाओं से वंचित हैं. इस मौके पर केंद्र सरकार के मजदूर विरोधी नीतियों के खिलाफ एकजुट होने का संदेश मजदूर और प्रतिनिधियों को दिया गया.

For All Latest Updates

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.