सरायकेला: राज्य शिक्षा परियोजना निदेशक के निर्देश पर अब सरकारी विद्यालयों में चरणबद्ध विकास की तैयारी की जा रही है. झारखंड शिक्षा परियोजना परिषद के राज्य परियोजना निदेशक ने प्रत्येक ग्राम पंचायत के एक विद्यालय को लीडर स्कूल के रूप में विकसित करने के लिए दिए गए दिशा निर्देश के साथ अब शिक्षा विभाग कवायद शुरू कर दी है.
सरायकेला में कुल 136 विद्यालय चिन्हित किए गए है. जहां एक स्कूल को लीडरशिप स्कूल के रूप में विकसित किया जाएगा, राज्य कार्यालय की ओर से दिए गए मापदंडों के आधार पर चिन्हित किए गए विद्यालयों का मूल्यांकन किए जाने की तैयारी की जा रही है.
क्या होगा फायदा
सरकारी स्कूलों में गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा को विकसित करने और आदर्श शैक्षणिक माहौल के निर्माण के लिए सभी विद्यालयों को चरणबद्ध तरीके से विकसित किया जाना है. इसके लिए ग्राम पंचायत के एक स्कूल को लीडर स्कूल के रूप में विकसित किया जाएगा, सरकारी विद्यालयों में पठन-पाठन और आदर्श शैक्षणिक वातावरण समेत अन्य विद्यालयों से एक अलग और विशेष पहचान देने के लिए आधारभूत संरचना का विकास कर अन्य विद्यालयों के सामने एक आदर्श प्रस्तुति के उद्देश्य से लीडर स्कूल तैयार किया जाएगा.
ये भी पढे़ं- रांचीः रिम्स से फरार कोरोना मरीज को पुलिस ने पकड़ा, कोविड वार्ड में किया भर्ती
लीडर स्कूलों में होगी 30 अंकों की परीक्षा
लीडर स्कूल स्थापित किए जाने को लेकर अलग-अलग तरीके से स्कूलों का मूल्यांकन किया जाएगा जिसमें मुख्य हैः
- नामांकन के लिए अधिकतम 10 अंक निर्धारित है
- विद्यालय कोटि के लिए 10 अंक निर्धारित है
- आधारभूत संरचना के लिए 10 अंक निर्धारित है
- पेयजल की सुविधा के लिए 1 अंक
- बालक बालिका शौचालय हैंडवॉश यूनिट के लिए 3 अंक
- क्रियाशील स्थिति में विद्युत उपलब्ध के लिए 1 अंक
- खेल के मैदान के लिए 1 अंक
कुल मिलाकर इन सभी मूल्यांकन के आधार पर लीडर स्कूल को चिन्हित किया जाएगा, जहां आदर्श और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा स्कूली बच्चों को उपलब्ध करायी जाएगी