सरायकेला: झारखंड में पिछले दो दिनों से लगातार बारिश होने से जिले के स्वर्णरेखा नदी उफान पर है. इसके साथ ही रांची के तीन डैम से पानी छोड़े जाने के बाद स्वर्णरेखा नदी पर बने चांडिल डैम का जलस्तर भी 183 मीटर के पार पहुंच गया है, जिससे दर्जनों विस्थापित गांव डूब गए हैं. इसके साथ ही पलामू जिले के कई नदियों के जलस्तर भी बढ़ गया है. लगातार बारिश होने से शहर तालाब बन चुका है और दर्जनों मुहल्ले बारिश के पानी से डूब गए हैं.
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बारिश के कारण खरकई नदी के जलस्तर में काफी बढ़ोतरी दर्ज की गई है. शनिवार को स्वर्णरेखा नदी पर बने चांडिल डैम का जलस्तर 183 मीटर तक पहुंच गया, जिससे दर्जनों विस्थापित गांव जलमग्न हो गए हैं. बाढ़ जैसे हालात की जानकारी मिलते ही ईचागढ़ विधायक सविता महतो ने चांडिल डैम के पास पहुंची. जिसके बाद परियोजना पदाधिकारियों के सहयोग से चांडिल डैम के सभी 9 फाटक को 25 मीटर तक खोला गया. इससे विस्थापित गांवों से धीरे-धीरे पानी घटना शुरू हो गया.
सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाए जा रहे लोग
विधायक सविता महतो ने बताया कि विस्थापित गांव में नदी का पानी घुस गया है. इन गांवों के लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है. इसके साथ ही विस्थापित लोगों के लिए भोजन की भी व्यवस्था की जा रही है.
पिछले 24 घंटे में 400 एमएम बारिश
इसके साथ ही पलामू में भी बारिश के कारण सभी नदियों के जलस्तर बढ़ गया है. जिले में पिछले 24 घंटे में 400 एमएम बारिश हुई है और शनिवार को भी दिनभर बारिश होती रही. इससे शहर तालाब में तब्दील हो गए हैं और कई मोहल्ले बारिश के पानी में डूब चुके हैं.
दर्जनों मोहल्लों में घुसा पानी
मेदिनीनगर के निचले इलाके डूब गए हैं. पहाड़ी मोहल्ला में करीब 30 से अधिक घरों में बारिश का पानी घुसा हुआ है. यही स्थिति शांतिपुरी मोहल्ले के साथ साथ दर्जनों मोहल्ले का है. मेदिनीनगर नगर निगम क्षेत्र में सदर अंचल अधिकारी और डिप्टी मेयर ने घंटों इलाकों में निरीक्षण किया, ताकि आमलोगों को किसी तरह की परेशानी नहीं हो.