सरायकेलाः जिले के काशी साहू कॉलेज में भूख हड़ताल पर बैठे छात्रों ने सिविल सर्जन के रवैये से उग्र होकर सदर अस्पताल के सामने सड़क को जाम कर दिया(Seraikela KS College students blocked road ). जिससे आवागमन बाधित हो गया. आक्रोशित छात्रों के सड़क जाम करने से कार्यालय से लौट रहे सरायकेला डीसी अरवा राजकमल, एडिशनल डिस्ट्रिक्ट जज की गाड़ी भी जाम मे फंस गई.
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बताया जाता है कि गुरुवार को छात्र संघ के बैनर तले एमएससी की पढ़ाई कॉलेज में शुरू करने की मांग को लेकर भूख हड़ताल(Seraikela KS College students on hunger strike) के तीसरे दिन एक छात्र रविंद्र महतो की तबीयत बिगड़ने पर इलाज के लिए सिविल सर्जन डॉ विजय कुमार को एंबुलेंस के लिए संपर्क किया गया. लेकिन सिविल सर्जन द्वारा एंबुलेंस उपलब्ध नहीं होने की बात कहने पर छात्र उखड़ गए और कंधे पर लादकर छात्र को सदर अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया. जिसके बाद आक्रोशित छात्रों ने सड़क जाम कर दिया. इधर तकरीबन एक घंटे तक सड़क जाम रहने की स्थिति में कई प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे, जिनमें मुख्य रुप से सरायकेला एसडीओ रामकृष्ण कुमार, सरायकेला सीओ सुरेश सिन्हा, बीडीओ मृत्युंजय कुमार आदि शामिल थे. एसडीओ द्वारा उग्र छात्रों को समझाए जाने के बाद छात्रों ने सड़क जाम तो हटा लिया लेकिन भूख हड़ताल जारी रखने की घोषणा करते हुए फिर से काशी साहू कॉलेज पहुंच गए.
4 साल से साइंस ब्लॉक प्रशासन के कब्जे मेंः आक्रोशित छात्रों के आंदोलन को समर्थन देने गुरुवार को सरायकेला भाजपा जिला अध्यक्ष विजय महतो, भाजपा नेता गणेश महाली, नगर पंचायत उपाध्यक्ष मनोज चौधरी भी मौके पर मौजूद थे. जहां उपाध्यक्ष मनोज चौधरी ने बताया कि काशी साहू कॉलेज में शिक्षकों के 84 पद स्वीकृत हैं लेकिन महज 10 शिक्षकों से कार्य लिया जा रहा है. इन्होंने बताया कि वर्ष 2018 से ही साइंस ब्लॉक पर प्रशासन ने चुनाव संबंधित कार्य के लिए कब्जा लिया हुआ है. जिससे पठन-पाठन कार्य लगातार प्रभावित हो रहे हैं. इधर मौके पर विश्वविद्यालय के कर्मचारी भी पहुंचे, जिन्होंने पढ़ाई शुरू करने संबंधित आश्वासन दिया लेकिन उग्र छात्र लिखित आश्वासन की मांग पर अड़े रहे.