सरायकेला: जिले में कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर से निपटने के लिए जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग तैयारियों में जुट गया है. जिले के उपायुक्त अरवा राजकमल ने बताया कि तीसरी लहर में बच्चों के संक्रमित होने का खतरा अधिक है, लिहाजा बच्चों के बेहतर इलाज के उपाय शुरू कर दिए गए हैं. मंगलवार को सरायकेला सदर अस्पताल में कोरोना की लहर से निपटने के लिए कॉर्पोरेट कंपनियों की ओर से जिला प्रशासन को चिकित्सकीय सुविधाएं उपलब्ध कराई गईं. इसके तहत टाटा स्टील लोंग प्रोडक्ट्स कंपनी की ओर से कोरोना वारियर्स, स्वास्थ्यकर्मी और मरीजों की देख रेख के उद्देश्य से 400 कोरोना किट जिला प्रशासन को उपलब्ध कराए गए.
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सदर अस्पताल में 8 नए आधुनिक बेड
वहीं, ब्रेक्स इंडिया कंपनी की ओर से सदर अस्पताल में 8 नए आधुनिक बेड भी दिए गए, जो ऑक्सीजन सपोर्टेड है. फिलहाल कंपनी की ओर से चार ऑक्सीजन सिलेंडर उपलब्ध कराया गया. जिसे जल्द बढ़ाकर 20 किया जाएगा. जिला उपायुक्त अरवा राजकमल ने कॉर्पोरेट कंपनियों की ओर से संक्रमण काल में सहयोग किए जाने को लेकर कंपनियों के प्रति आभार जताया. उपायुक्त ने कहा कि तीसरी लहर से निपटने के लिए सभी को एकजुट होकर कोरोना संक्रमण से जंग जीतना है.
यास चक्रवार को लेकर बुलाई गई एनडीआरएफ टीम
यास साइक्लोन को लेकर सरायकेला खरसावां जिले में भी सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए जा रहे हैं. डीसी अरवा राजकमल ने बताया है कि ताजा हालात के अनुसार सरायकेला के मध्य भाग से होकर चक्रवाती तूफान गुजरेगा. लिहाजा 26 और 27 मई को इसका व्यापक असर देखने को मिलेगा. उपायुक्त ने जिले वासियों से अपील की है कि वे इन 2 दिनों तक अपने घरों में सुरक्षित रहे और बहुत आवश्यक होने पर ही अपने घरों से निकले. उपायुक्त ने बताया कि विषम परिस्थितियों से निपटने को लेकर पटना से एनडीआरएफ की 2 टीमें बुलाई गई है, जो जिला मुख्यालय और गम्हरिया प्रखंड मुख्यालय में तैनात रहेंगे और किसी भी जानकारी या सूचना प्राप्त होने पर तत्काल टीम को वहां भेजा जाएगा.