सरायकेला: जिले में कोरोना संक्रमण को लेकर सतर्कता और सुरक्षा जिला प्रशासन द्वारा लगातार बरती जा रही है. सरकार के आदेश के बाद 17 मार्च से 14 अप्रैल तक सभी संस्थान और पर्यटन स्थल बंद कर दिए गए हैं. वहीं, अब दलमा वन्य प्राणी अभ्यारण में भी सुरक्षा के इंतजाम किए गए हैं. यहां पशुओं को अब प्रतिदिन सैनिटाइज किया जा रहा है.
कोरोना वायरस से बचाव को लेकर सरायकेला जिला प्रशासन के साथ अब वन विभाग ने हाथियों और हिरण के अभ्यारण दलमा वन्य प्राणी अभ्यारण के पशुओं को साफ-सुथरा रखने के साथ उन्हें दिनभर दो वक्त सुबह-शाम सैनिटाइज किया जा रहा है. संक्रमण के खतरे को लेकर जहां 17 मार्च से 14 अप्रैल तक अभ्यारण को पर्यटक और सैलानियों के लिए बंद कर दिया गया है. वहीं, अब हाथियों के झुंड और हिरणों को भी लगातार सैनिटाइज किया जा रहा है, ताकि वे भी खतरनाक कोरोना वायरस के संक्रमण से बचे रहें.
बढ़ाया जा रहा पशुओं का इम्यूनिटी
कोरोना वायरस संक्रमण को लेकर जहां मनुष्य सतर्क है और संक्रमण के खतरे को रोकने के लिए लगातार प्रयास कर रहा है. वहीं, अब वन विभाग भी दलमा वन्य प्राणी अभ्यारण के पशुओं को इस खतरनाक संक्रमण से रोकने को लेकर रोजाना नए प्रयास कर रहा है. अभ्यारण के पशुओं को सैनिटाइज करने के साथ-साथ अब उनके रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने को लेकर पशुओं के आहार में भी परिवर्तन कर दिया गया है. वन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि पालतू हाथियों के साथ हिरणों को अब प्रोटीन युक्त भोजन अधिक मात्रा में दिए जा रहे हैं ताकि उनकी इम्यूनिटी बरकरार रहे.
ये भी पढे़ं: जनता कर्फ्यू को सफल बनाने में जुटी बीजेपी, प्रदेश अध्यक्ष ने सभी को लिखा पत्र
वन कर्मियों को भी सैनिटाइज बाद मिल रहा प्रवेश
दलमा वन्य प्राणी अभ्यारण के पशुओं में कोरोना का संक्रमण न फैले इसे लेकर वन विभाग लगातार प्रयासरत है. इस बीच वन्य प्राणी अभ्यारण के पशुओं की देख रेख करने वाले वनकर्मियों को पूरी तरह सैनिटाइज करने के बाद ही अभ्यारण के अंदर प्रवेश कराया जा रहा है.