सरायकेला: दलमा वन्य प्राणी अभयारण्य इको सेंसेटिव जोन के रूप में घोषित किया जा चुका है. बावजूद इसके हाल के दिनों में यहां लगातार इको सेंसेटिव जोन से जुड़े नियमों में जबरदस्त तरीके से फेरबदल किया जा रहा है. वन भूमि पर अतिक्रमण कर पर्यावरण से भी छेड़छाड़ किए जाने के कई मामले पूर्व में भी सामने आ चुके हैं. विगत दिनों प्रमंडलीय आयुक्त की अध्यक्षता में हुई निगरानी समिति की बैठक में इन सब मुद्दों से जुड़े कई बिंदुओं पर रिपोर्ट मांगी गई है.
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अभयारण्य के वन्य जीवों पर मंडराता खतरा
दलमा वन्य प्राणी अभयारण्य समेत वन क्षेत्र में इको सेंसेटिव जोन से जुड़े नियमों से छेड़छाड़ किए जाने से वन्यजीव पर प्रतिकूल असर पड़ता है. अभयारण्य के जंगली हाथी समेत अन्य वन्य जीव जो अपने आश्रय और भोजन की तलाश में वन क्षेत्र में आसानी से विचरण करते हैं, सबसे ज्यादा खतरा और नुकसान उन्हें ही उठाना पड़ता है.