सरायकेलाः वैश्विक महामारी कोरोना के बाद भले ही जनजीवन सामान्य होने लगा हो, लेकिन जिले में निजी स्कूलों में फीस वसूली को लेकर अभिभावकों की मुसीबत बढ़ गई है. अक्सर निजी स्कूल फीस के लिए अभिभावकों पर दबाव बना रहे हैं. जिससे वो काफी परेशान हैं.
इसे भी पढ़ें- बोकारोः वेदांता इलेक्ट्रोस्टील कंपनी के प्लांट में लगी आग, कड़ी मशक्कत से पाया गया काबू
अभिभावकों ने किया विरोध
सोमवार को सरायकेला जिले के डीएवी एनआईटी स्कूल पहुंचे बड़ी संख्या में अभिभावकों ने स्कूल प्रबंधन पर ट्यूशन फीस के अलावा अन्य शुल्क लिए जाने संबंधित दबाव बनाए जाने का आरोप लगाया. अभिभावकों के एक प्रतिनिधिमंडल ने डीएवी इन आईटी स्कूल के प्रिंसिपल ओ पी मिश्रा से मुलाकात कर फीस वसूली को लेकर अनावश्यक दबाव नहीं बनाने का अनुरोध किया है. इधर नाराज़ अभिभावकों ने झारखंड सरकार के स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग के आदेश का हवाला देते हुए सभी तरह की फीस नहीं लिए जाने की बात कही.
स्कूल प्रबंधन की सफाई
पूरे मामले पर स्कूल प्रबंधन का कहना है कि महामारी काल में स्कूल प्रबंधन की ओर से फीस के लिए कोई अनावश्यक दबाव नहीं बनाया गया है. 1 साल से स्कूल बंद रहने के चलते शिक्षकों को केवल 50% ही वेतन दिया जा रहा है. ऐसे में अभिभावकों से अनुरोध किया जा रहा है कि वह अपने सहयोग को देखते हुए फीस जमा करें. उधर, प्रिंसिपल ने बताया कि इसके अभाव में किसी भी छात्र की ऑनलाइन क्लासेस बंद नहीं की जाएंगी.