सरायकेला: झारखंड में डायन बिसाही के नाम पर हो रही हत्या को रोकने के लिए राज्य पुलिस तत्पर है. इसको लेकर राज्य पुलिस ने बड़ी कार्य योजना तैयार की है. डीजीपी के निर्देश पर सरायकेला समेत सभी जिला पुलिस को आदेश जारी किया गया है. जिसमें अब डायन बिसाही के नाम पर हो रही हत्या में कई बार ओझा-गुनी और स्थानीय पुजारियों की भूमिका को अहम मानते हुए, अब उनसे बॉन्ड भरवाया जाएगा.
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राज्य पुलिस के निर्देश पर सभी जिला के वरीय पुलिस पदाधिकारी डीआईजी, एसपी नोडल अफसर बनेंगे. इस योजना के तहत अब स्थानीय पुलिस क्षेत्र के पुजारी, पाहन, भगत को चिंहित कर उनसे पर्सनल बॉन्ड या निजी मुचलका भरवाएं, ताकि स्थानीय स्तर पर उचित रोकथाम की जा सके. इस योजना के तहत संबंधित जिला के वरीय पुलिस पदाधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि वो संवेदनशील जगह का चयन कर पदाधिकारी और कर्मियों की प्रतिनियुक्ति करें, साथ ही सूचना जुटाकर वस्तुस्थिति की समीक्षा करें. इसके तहत जिला में विशेष शाखा के स्थानीय पदाधिकारी भी डायन बिसाही के मामलों की जानकारी जुटाकर कार्रवाई करेंगे.
महिला पुलिसकर्मी भी अब ग्रामीणों को करेंगी जागरूक
राज्य पुलिस के निर्देश पर डायन बिसाही के मामलों को रोकने के इस प्रयास की पद्मश्री छुटनी महतो ने भी प्रशंसा की है. छुटनी ने बताया कि ओझा, तांत्रिक के कारण ही डायन बिसाही के मामले आगे बढ़ते हैं. ऐसे में पुलिस जब ओझा-गुनी, तांत्रिक पर शिकंजा कसा जाएगा तो निश्चित तौर पर ऐसी घटनाओं में कमी आएगी. पद्मश्री छुटनी ने बताया कि सरायकेला जिला स्थित अपने सेंटर में यह पूर्व से ही डायन बिसाही प्रथा उन्मूलन के तहत पीड़ितों की मदद कागजी प्रक्रिया के तहत करती हैं, ताकि कुरीति फैलाने वाले ओझा-गुनी, तांत्रिक को पुलिस आसानी से पकड़ सके.
सभी जिलों में बनेंगे हेल्पलाइन
राज्य पुलिस मुख्यालय के निर्देश पर डायन बिसाही के नाम पर हो रही हिंसा को रोकने के लिए जिला में हेल्पलाइन भी बनाया जाएगा. इस हेल्पलाइन को आम लोगों के बीच प्रचारित किया जाएगा, ताकि डायन बिसाही से संबंधित मामले आने पर ग्रामीण सीधे पुलिस प्रशासन को सूचित कर सकें.