सरायकेला: जिले के मनरेगा कर्मी झारखंड राज्य मनरेगा कर्मचारी संघ प्रदेश के आह्वान पर सोमवार को 29वें दिन भी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर डटे रहे और सरकार से सेवा नियमित करने की मांग कर रहे हैं. सोमवार को झारखंड राज्य मनरेगा कर्मचारी संघ के जिला अध्यक्ष शंकर कुमार सतपथी की अध्यक्षता में जिले के हड़ताली मनरेगा कर्मियों की बैठक हुई, जिसमें सरकार की ओर से सकारात्मक पहल करने तक अनिश्चितकालीन हड़ताल जारी रखने का निर्णय लिया गया.
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मनरेगा अधिनियम का उल्लंघन
जिला अध्यक्ष शंकर सतपथी ने बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि मनरेगा कर्मी विगत 20 अगस्त को ग्रामीण विकास मंत्री और विभागीय पदाधिकारियों की ओर से मनरेगा कर्मियों से वार्तालाप के लिए समय दिया गया था, लेकिन कैबिनेट की बैठक में स्वास्थ्य विभाग बन्ना गुप्ता कोरोना पॉजिटिव पाए जाने पर कैबिनेट की बैठक में शामिल सभी मंत्री होम क्वॉरेंटाइन में चले गए, जिसके कारण वार्ता टल गई, पर वर्ता के लिए अगली तिथि तय नहीं की गई है. उन्होंनें कहा कि जब तक मनरेगा कर्मियों की सकारात्मक पहल नहीं होती है, तब तक हड़ताल जारी रहेगा.
जबरदस्ती कराया जा रहा है काम
संघ के जिलाध्यक्ष ने कहा कि किसान वर्षों तक बारिश का इंतजार करते हैं और बारिश में अपने खेतों पर कार्य करते हैं. मिट्टी के कार्य लगभग बंद रहता है. उन्होंने कहा कि मनरेगा आयुक्त की ओर से वैकल्पिक व्यवस्था निर्धारित कर जबरदस्ती काम की मांगें कराई जा रही है, जो मनरेगा अधिनियम का उल्लंघन हो रहा है. राज्य सरकार और मनरेगा आयुक्त वैकल्पिक व्यवस्था को छोड़ मनरेगा कर्मियों पर ध्यान दें. ताकि विगत 13 वर्षों से लगातार सेवा देते हुए, मनरेगा कर्मी हड़ताल समाप्त कर नियमित रुप से अपना कार्य को अंजाम दे सके.