सरायकेला: झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता को अपशब्द कहने और कोरोना मरीजों के इलाज में अधिक पैसे वसूलने के आरोप में 111 सेव लाइफ अस्पताल के संचालक डॉ ओपी आनंद को गिरफ्तार किया गया है. ओपी आनंद की गिरफ्तारी का जमशेदपुर पूर्वी के विधायक सरयू राय ने खुलकर विरोध किया है.
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विधायक सरयू राय सोमवार को ओपी आनंद के आवास पर पहुंचे थे, जहां उन्होंने डॉक्टर ओपी आनंद के समर्थक और उनके बड़े भाई से बंद कमरे में काफी देर तक बातचीत की, जिसके बाद उन्होंने पत्रकारों से कहा कि डॉ ओपी आनंद के खिलाफ दुर्भावना से ग्रसित होकर कार्रवाई की गई है, इस कार्रवाई से लोकतंत्र में सरकार की छवि धूमिल हो रही है.
मानव अधिकार का किया गया हनन: सरयू राय
डॉक्टर ओपी आनंद पर किए गए कार्रवाई को विधायक सरयू राय ने मानव अधिकार का हनन करार दिया है. उन्होंने कहा कि सरकार के पास शक्तियां हैं, वह किसी को भी गिरफ्तार कर जेल भेज सकती है, लेकिन अदालत सर्वोपरि है और अब मामला अदालत में है, लिहाजा समय आने पर दूध का दूध और पानी का पानी होगा. उन्होंने कहा कि डॉक्टर ओपी आनंद और उनके परिवार को जिस प्रकार से मानसिक यातनाएं दी गई है, वह सरकार को महंगा पड़ सकता है.
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जेल जाने से पहले डॉक्टर ओपी आनंद का संदेश
रविवार देर शाम न्यायिक हिरासत में लिए गए अस्पताल संचालक डॉ ओपी आनंद ने गिरफ्तारी के बाद एक वीडियो संदेश सोशल मीडिया पर जारी किया है, जो वायरल हो रहा है. वीडियो में उन्होंने सत्ता और शासन का दुरुपयोग कर उनपर हुए कार्रवाई को गलत बताते हुए लोकतंत्र की हत्या करार दिया. डॉक्टर ओपी आनंद ने कहा है कि जेल से छूट कर आने के बाद उनकी जीत होगी. वहीं कोरोना संक्रमित मरीज के इलाज में कोताही बरतने के मामले पर भी डॉ आनंद इस वीडियो में सफाई देते नजर आ रहे हैं.