सरायकेला: आदिवासी हो महासभा द्वारा आदित्यपुर स्थित आदिवासी सांस्कृतिक केंद्र मेंओत गुरु कोल लको बोदरा की 140वीं जयंती मनाई गई, इस मौके पर मंत्री चंपई सोरेन ने उनकी प्रतिमा का अनावरण किया. इसके बाद मंत्री चंपई सोरेन आदित्यपुर में धूमधाम से हो रहे गणेश पूजा, मनसा पूजा में भी शरीक हुए, जहां उन्होंने देर शाम विभिन्न पूजा पंडाल में विराजे विघ्नहर्ता भगवान गणेश की आराधना करते हुए जिला वासियों को शुभकामनाएं दी.
मंत्री चंपई सोरेन ने सबसे पहले आदित्यपुर आदिवासी सांस्कृतिक केंद्र में ओत गुरू कोल लको बोदरा के प्रतिमा अनावरण किया. इस दौरान उन्होंने लको बोदरा की जयंती पर अपना वक्तव्य रखा. इसके बाद वो विभिन्न गणेश पूजा पंडाल में आयोजित गणेश उत्सव का भी हिस्सा बने. फिर आदित्यपुर के कल्पनापुरी में युवा विकास समिति के द्वारा आयोजित भव्य गणेश उत्सव में शामिल हुए. विभिन्न जगहों पर आयोजित गणेश उत्सव में शामिल होते हुए मंत्री चंपई सोरेन ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि यह गजब का संयोग है, जहां लको बोदरा 140वीं जयंती, शिल्पकार भगवान विश्वकर्मा का पूजनोत्सव, गणेश उत्सव और मां मनसा पूजा एक साथ धूमधाम के साथ मनाई जा रही है.
मंत्री चंपई सोरेन ने कहा देवी-देवता है हमारे लिए प्रेरणा स्रोत: मंत्री चंपई सोरेन ने अपने संबोधन में कहा कि विभिन्न धार्मिक अनुष्ठान में हम देवी-देवता की आराधना करते हैं. जिससे हमें शक्ति मिलती है. देवी-देवता न सिर्फ हमारे आराध्या हैं, बल्कि यह हमारे लिए प्रेरणा के बड़े स्रोत हैं. उन्होंने आगे कहा कि देवी-देवताओं ने धरती से अत्याचार और दुराचार को दूर कर मानव सृष्टि बचाए रखने की परिकल्पना की. आज हमें इसी परिकल्पना को साकार करना है और यह धार्मिक आयोजनों से ही संभव हो सकता है. इस दौरान मंत्री ने भजन संध्या कार्यक्रम का भी लुत्फ उठाया.