सरायकेला: जिले के खरकई नदी पर लगभग 500 करोड़ की लागत से खरकई बराज बनकर अब पूरी तरह तैयार हो गई तैयार है. इससे अब पूरे जिले समेत आसपास के 25 हजार हेक्टेयर कृषि भूमि की सिंचाई होगी. इस महत्वाकांक्षी परियोजना का कार्य लगभग पूरा हो गया है, जबकि परियोजना से जुड़े अन्य महत्वपूर्ण कार्य मार्च 2020 तक पूरे कर लिए जाएंगे.
8 पंप हाउस का होगा निर्माण
खेतों की सिंचाई से लेकर घरों तक पाइप लाइन से जल आपूर्ति किए जाने के लिए खरकई बराज में 8 पंप हाउस का निर्माण करवाया जाएगा. इस बराज में कुल 15 गेट लगे हैं, जिससे नदी के पानी का संचयन भी बेहतर तरीके से किया जा रहा है. वहीं नदी में पानी कम रहने पर बराज के माध्यम से नदी के जल स्तर को बरकरार रखा जाएगा. इस परियोजना की सबसे बड़ी बात यह है कि परियोजना से 29.8 3 किलोमीटर तक सिंचाई का पानी जाएगा, वहीं इस परियोजना में भूमि अधिग्रहण भी अंडर ग्राउंड पाइप के माध्यम से किया जाएगा, लेकिन अधिग्रहित भूमि पर पक्का निर्माण नहीं हो सकेगा, जबकि इसके एवज में भूमि मालिक को मुआवजा दिया जाएगा.
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भरपूर मात्रा में उपलब्ध होगा जल
इस महत्वाकांक्षी योजना से दो नहर प्रस्तावित हैं, जिससे सिंचाई और पेयजल आपूर्ति भरपूर मात्रा में होगी. इस परियोजना से निकलने वाले नहर से सीतारामपुर जलाशय को पानी की आपूर्ति की जाएगी, जिससे भरपूर मात्रा में घरों तक पाइप लाइन से जलापूर्ति किया जाएगा.
पर्यटन को भी मिलेगा बढ़ावा
खरकई बराज परियोजना का कार्य लगभग पूर्ण हो चुका है. वहीं परियोजना के पूर्ण होने से यह एक पर्यटन स्थल के रूप में भी विकसित हो रहा है, इस संबंध में खरकई बराज निर्माण योजना के कार्यपालक अभियंता कुमार अरविंद ने बताया है कि परियोजना में एक आइलैंड प्रस्तावित है, जो पर्यटन के दृष्टिकोण से काफी रमणीय स्थान होगा, हालांकि यह कार्य पर्यटन विभाग कराएगा. जलापूर्ति और पर्यटन के दृष्टिकोण से यह योजना निश्चित तौर पर भविष्य में मील का पत्थर साबित होगा.