सरायकेला: जिला के चर्चित 111 सेव लाइफ अस्पताल के प्रबंधक डॉ ओपी आनंद और स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता प्रकरण के बाद सलाखों के पीछे भेजे गए डॉक्टर आनंद की सरायकेला जेल में तबीयत बिगड़ गई, जिसके बाद उन्हें एमजीएम अस्पताल लाया गया. हालांकि रेफरल लेटर नहीं होने के कारण एमजीएम अस्पताल प्रशासन ने डॉक्टर आनंद का इलाज करने से इनकार कर दिया, जिसके बाद डॉक्टर आनंद को फिर से सरायकेला जेल वापस ले जाया गया.
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वहीं इस संबंध में डॉ आनंद के वकील अशोक कुमार दास ने बताया, कि यह एक प्रशासनिक भूल है और सोची समझी साजिश के तहत डॉ आनंद को परेशान किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि डॉ आनंद को सीने में दर्द और गैस से संबंधित परेशानी थी, जिसके बाद उन्हें अस्पताल ले जाया गया था.
समर्थकों में नाराजगी
डॉ आनंद के समर्थकों ने भी इसे साजिश करार देते हुए उन्हें परेशान किए जाने का आरोप लगाया. समर्थकों ने इस मामले में इंसाफ की गुहार लगाई है. स्वास्थ्य मंत्री को अपशब्द कहने और अस्पताल में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों के इलाज में लापरवाही के साथ-साथ अधिक राशि वसूले जाने के आरोप में उन्हें न्यायिक हिरासत में भेजा गया है.