सरायकेला: जिले के स्वर्णरेखा बहुउद्देशीय परियोजना के भू-अर्जन और पुनर्वास विभाग की ओर से चांडिल अनुमंडल कार्यालय में कार्यक्रम आयोजित किया गया. इस दौरान 25 विस्थापितों को विकास पुस्तिका प्रदान किया गया. इसके साथ ही विस्थापितों को विकास पुस्तिका के माध्यम से बतौर मुआवजा 6.57 लाख आर्थिक पैकेज भी दिया गया.
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विधायक सविता महतो भी हुई शामिल
चांडिल अनुमंडल कार्यालय में एसडीओ रंजीत लोहरा की अध्यक्षता में कार्यक्रम का आयोजन किया गया. स्थानीय ईचागढ़ विधायक सविता महतो भी मौजूद रही. इस मौके पर विधायक ने 25 विस्थापितों को विकास पुस्तिका और मुआवजा राशि प्रदान किया. इस दौरान विधायक सविता महतो ने कहा कि स्वर्णरेखा परियोजना अंतर्गत चांडिल डैम निर्माण को आज 35 वर्ष बीत जाने के बाद भी कई विस्थापितों को उचित हक और मुआवजा नहीं मिल सका है. उन्होंने बताया कि पहली प्राथमिकता में विस्थापितों को उनका हक और अधिकार दिलाना शामिल है.
80 विस्थापितों को विकास पुस्तिका प्रदान करने का लक्ष्य
स्वर्णरेखा परियोजना भू-अर्जन एवं पुनर्वास विभाग की और से इस साल 80 नए विस्थापितों को विकास पुस्तिका प्रदान किए जाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है, जिसमें 40 विस्थापितों का चयन किया गया है. इन्हें विकास पुस्तिका प्रदान किया जाना प्रारंभ किया जा चुका है. स्वर्णरेखा परियोजना अपर निदेशक रंजना मिश्रा ने बताया कि विकास पुस्तिका के माध्यम से विस्थापितों को 6.57 लाख का पैकेज प्रदान किया जा रहा है. इस पैकेज में 2.25 लाख स्वरोजगार के लिए है, जबकि 2 लाखआवासीय भूखंड के लिए, डेढ़ लाख गृह निर्माण और 72 हजार शिफ्टिंग के लिए है. उन्होंने बताया विस्थापित परिवार को दो लाख रुपये आवासीय भूखंड नहीं लेने पर साढ़े 12 डिसमिल जमीन पुनर्वास स्थल पर प्रदान किए जाएंगे.