सरायकेला: जिले का बुरुडीह पंचायत इन दिनों चर्चा में है. यहां के मुखिया पति ने डायन बिसाही को लेकर महिला के पति और बेटे की कुछ दिन पहले जमकर पिटाई कर दी थी. उस रात घटना के दौरान पीड़िता नहीं थी. घटना के बाद से अब तक कोई कार्रवाई नहीं होने पर पूर्व सांसद सालखन मुर्मू और पद्मश्री छुटनी महतो ने विरोध जताया है.
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पूर्व सांसद ने क्या कहा: पूर्व सांसद सालखन मुर्मू ने घटना में अब तक पुलिसिया कार्रवाई नहीं होने से विरोध जताया है. साथ ही कांड्रा थाना पुलिस से इस मामले में उच्चस्तरीय जांच करने और दोषियों पर कार्रवाई करने की मांग की है. उन्होंने कहा कि अगर कार्रवाई नहीं होगी तो ऐसे लोगों का दुस्साहस बढ़ता चला जाएगा. समाज में ऐसी घटनाएं रुकने के बजाय बढ़ती जाएंगी. कहा कि पुलिस डायन उन्मूलन संबंधित कानून से जुड़े धाराओं के तहत मामला दर्ज कर आरोपियों पर कड़ी कार्रवाई करे.
क्या कहती हैं पद्मश्री छुटनी महतो: पद्मश्री छुटनी महतो ने घटना के बाद कोई कार्रवाई नहीं होने पर दुख जताया है. कहा कि यह बहुत ही दुखद है. मामले में पुलिस ने अब तक आरोपियों पर नकेल नहीं कसा है. कहा कि कार्रवाई नहीं होने से समाज में ऐसी घटनाओं को बल मिल रहा है. छुटनी महतो ने कहा कि गनीमत थी कि घटना की रात पीड़ित घर में नहीं थी. वरना किसी अप्रिय घटना से इनकार नहीं किया जा सकता है. उन्होंने पुलिस पर डायन बिसाही का मामला दर्ज ना कर आरोपियों पर धारा 107 लगाकर कोरम पूरा करने का आरोप लगाया.
क्या है मामला: डायन प्रताड़ना मामले में कांड्रा थाना क्षेत्र के बुरुडीह पंचायत अंतर्गत बड़ामाड़ी के बोरोगेडा टोला निवासी सुमी हांसदा के पति लेचा हांसदा और बेटे नोचुन हांसदा को मुखिया संगीता कुमारी के पति गौरीशंकर टूडू और अजय टुडू ने पिटाई कर जख्मी कर दिया था. मुखिया पति को महिला के डायन बिसाही होने का शक था. इसी को लेकर मारपीट की. मामले की लिखित शिकायत किए जाने के बाद भी ठोस कार्रवाई नहीं करने का आरोप पुलिस पर लग रहा है.
तीन और चार अगस्त को प्रदर्शन: आदिवासी सेंगेल अभियान से जुड़े पूर्व सांसद सालखन मुर्मू ने कहा है कि डायन प्रथा उन्मूलन मामले के सख्त अनुपालन को लेकर 10 जुलाई को इन्होंने कोल्हान प्रमंडल आयुक्त के साथ वार्ता की थी. जिसमें कानून को सख्ती से लागू करने संबंधित मांग रखी गई है. उन्होंने बताया कि सरायकेला- खरसावां समेत कोल्हान प्रमंडल में आए दिन डायन प्रताड़ना के मामले सामने आ रहे हैं. इसे लेकर आगामी तीन और चार अगस्त को कोल्हान प्रमंडल में धरना प्रदर्शन के माध्यम से विरोध दर्ज किया जाएगा.