सरायकेला: स्वर्णरेखा परियोजना कार्यों की समीक्षा को लेकर केंद्रीय जल आयोग ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए प्रोजेक्ट के कार्यों की जानकारी लेते हुए समीक्षा की है. फरवरी 2020 से प्रोजेक्ट के कार्य बंद रखने पर केंद्रीय जल आयोग ने कड़ी आपत्ति जतायी है. वहीं, स्वर्णरेखा परियोजना को 2023 तक पूरा करने का लक्ष्य निर्धारित है, लेकिन कोरोना महामारी के कारण इस साल प्रोजेक्ट के कार्य काफी लंबित हैं.
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केंद्रीय जल आयोग से फिलहाल नहीं मिलेगा फंड
केंद्रीय जल आयोग की ओर से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रोजेक्ट के कार्यों की समीक्षा की गई, जिसमें प्रोजेक्ट के कार्य बंद रहने पर नाराजगी जाहिर की गई है. वहीं, आयोग फिलहाल किसी भी प्रकार का फंड प्रोजेक्ट को नहीं देने जा रहा है. केंद्रीय जल आयोग ने स्पष्ट किया है कि जब तक झारखंड सरकार अपने हिस्से का राज्यअंश 336 करोड़ रुपए नहीं देता तब तक केंद्रीय जल आयोग प्रोजेक्ट में फंड उपलब्ध नहीं कराएगा.
अधर में ईचा डैम निर्माण
स्वर्णरेखा परियोजना का महत्वपूर्ण हिस्सा ईचा डैम निर्माण टेंडर फाइनल हुए तकरीबन 2 वर्ष बीत जाने के बाद भी स्थानीय लोगों के विरोध के कारण कार्य शुरू नहीं हो पाया है. 960 करोड़ के इस महत्वकांक्षी प्रोजेक्ट का टेंडर 2 साल पहले मध्य प्रदेश की एजेंसी दिलीप बिल्डकॉन को प्राप्त हुआ है लेकिन फिलहाल सरकार के कार्य बंद रखने के आदेश के बाद से निर्माण कार्य पूरी तरह ठप है. इधर, राज्य सरकार न ही अपने हिस्से का राज्य अंश प्रोजेक्ट को उपलब्ध करा रही है, न ही कार्य शुरू किए जाने का आदेश दिया जा रहा है, ऐसे में प्रोजेक्ट का काम लगातार लंबित हो रहा है.