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सरायकेला: 34 आउटसोर्स कर्मचारियों को काम से निकाला, नाराज कर्मियों ने दी आंदोलन की चेतावनी - सरायकेला में आउटसोर्स कर्मियों की खबर

सरायकेला के विभिन्न स्वास्थ्य केंद्र में आउटसोर्स कर्मियों को काम से निकाल दिया है. कुल 45 आउटसोर्स कर्मियों में से 34 कर्मियों को काम से निकाल दिया है. जिससे नाराज कर्मियों ने आंदोलन की चेतावनी दी है.

outsourced workers fired in seraikela
आउटसोर्स कर्मियों को काम से निकाला
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Published : Oct 18, 2020, 7:49 PM IST

सरायकेला: जिले के विभिन्न स्वास्थ्य केंद्र में आउटसोर्स के तहत कार्यरत कर्मियों को हटाए जाने की घोषणा के बाद अब आउटसोर्स कर्मियों ने इसका विरोध करना शुरू कर दिया है. रविवार को गम्हरिया सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में कार्यरत आउटसोर्स कर्मियों ने काम से हटाए जाने के खिलाफ जोरदार विरोध प्रदर्शन किया और मुख्य गेट जाम कर घंटों नारेबाजी की.

34 कर्मियों को हटाया
गम्हरिया स्वास्थ्य केंद्र में कल रात कुल 45 आउटसोर्स कर्मियों में से 34 कर्मियों को काम से निकाल दिया गया है. काम से हटाए गए आउटसोर्स कर्मियों ने बताया कि कोरोना संकट काल में बिना जान की परवाह किए इन लोगों ने काम किया, जिसका फल सरकार और एजेंसी इन्हें हटा कर दे रही है.

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कर्मियों ने बताया कि लंबे समय तक ये सभी आउटसोर्स के तहत स्वास्थ्य केंद्र में कार्यरत रहे हैं. इसका नतीजा अचानक काम से हटाए जाने के बाद अब ये पूरी तरह से बेरोजगार हो गए हैं और इनके सामने आजीविका एक बड़ी समस्या बनकर खड़ी है. इधर, सामाजिक संगठन एकता विकास मंच ने मुख्यमंत्री से सभी कार्यरत स्वास्थ्य केंद्र के फिर से काम पर रखे जाने की मांग की है.

सरायकेला: जिले के विभिन्न स्वास्थ्य केंद्र में आउटसोर्स के तहत कार्यरत कर्मियों को हटाए जाने की घोषणा के बाद अब आउटसोर्स कर्मियों ने इसका विरोध करना शुरू कर दिया है. रविवार को गम्हरिया सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में कार्यरत आउटसोर्स कर्मियों ने काम से हटाए जाने के खिलाफ जोरदार विरोध प्रदर्शन किया और मुख्य गेट जाम कर घंटों नारेबाजी की.

34 कर्मियों को हटाया
गम्हरिया स्वास्थ्य केंद्र में कल रात कुल 45 आउटसोर्स कर्मियों में से 34 कर्मियों को काम से निकाल दिया गया है. काम से हटाए गए आउटसोर्स कर्मियों ने बताया कि कोरोना संकट काल में बिना जान की परवाह किए इन लोगों ने काम किया, जिसका फल सरकार और एजेंसी इन्हें हटा कर दे रही है.

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कर्मियों ने बताया कि लंबे समय तक ये सभी आउटसोर्स के तहत स्वास्थ्य केंद्र में कार्यरत रहे हैं. इसका नतीजा अचानक काम से हटाए जाने के बाद अब ये पूरी तरह से बेरोजगार हो गए हैं और इनके सामने आजीविका एक बड़ी समस्या बनकर खड़ी है. इधर, सामाजिक संगठन एकता विकास मंच ने मुख्यमंत्री से सभी कार्यरत स्वास्थ्य केंद्र के फिर से काम पर रखे जाने की मांग की है.

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