साहिबगंज: जिले से 83 किलोमीटर गंगा पास कर बंगाल की खाड़ी में गिरती है. गंगा में डॉल्फिन की संख्या बहुत अधिक है लेकिन अब राष्ट्रीय जीव का अस्तित्व खतरे में है. पिछले 3 महीने के अंदर दो डॉल्फिन की मौत हुई है. दोनों डॉल्फिन को राजमहल अनुमंडल क्षेत्र के गंगा घाट के किनारे देखा गया है. विभाग डॉल्फिन की मौत को लेकर काफी गंभीर है.
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जिला प्रशासन डॉल्फिन की सुरक्षा को लेकर गंगा में नजर बनाए रखने के लिए दो वॉच टावर लगाने जा रहा है. पहला साहिबगंज सदर गंगा घाट के किनारे और दूसरा राजमहल अनुमंडल क्षेत्र के गंगा घाट के किनारे वॉच टावर लगेगा. वॉच टॉवर लग जाने से बहुत हद तक डॉल्फिन तस्कर पर लगाम लगाया जा सकता है क्योंकि गंगा में मछुआरों के जाल में फंसने के बाद डॉल्फिन की महंगे दामों में बंगाल में बिक्री हो जाती है. इस वाॅच टावर से बहुत हद तक इस पर लगाम लगाया जा सकता है.