साहिबगंज: सिदो कान्हू सभागार में 'अधिकार के लिए एकजुट' बाल विवाह और बच्चों के खिलाफ यौन हिंसा को रोकने एवं डायन प्रथा प्रतिषेध अधिनियम 2001जागरुकता के लिए एक दिवसीय कार्यशाला सह सेमिनार का आयोजन किया गया. इस दौरान बोरियो विधायक लोबिन हेंब्रम मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे.
ये भी पढ़ें: 'सरकार आदिवासी, मंत्री आदिवासी फिर भी आदिवासियों की जमीन छीनी जा रही' लोबिन हेंब्रम ने फिर किया हेमंत पर हमला
सभागार परिसर से ही जन जागरुकता के लिए बोरियो विधायक ने अतिथिगणों की उपस्थिति में हरी झंडी देकर एलईडी वैन को रवाना किया. जो विभिन्न पंचायतों में घूम-घूमकर डायन प्रथा एवं बालविवाह जैसे कुरीतियों के विषय में लोगों को जागरूक करेगा इसके साथ ही इसमें क्या कानूनी प्रावधान है इसके बारे में भी बताएगा. पुलिस अधीक्षक नौशाद आलम, जिला परिषद अध्यक्ष मोनिका किस्कू, डालसा के सचिव धर्मेंद्र कुमार, उप विकास आयुक्त प्रभात कुमार बरदियार, निदेशक आईटीडीए, सांसद प्रतिनिधि संजीव सामू, सिविल सर्जन डॉ. अरविंद कुमार ने भी बतौर अतिथि कार्यक्रम में शिरकत किए.
कार्यशाला के दौरान जिला समाज कल्याण पदाधिकारी सुमन गुप्ता ने बताया कि जिले में बाल विवाह एवं डायन प्रथा की प्रति जागरूकता के लिए मंथन एवं जिला समाज कल्याण विभाग के संयुक्त तत्वावधान से इस कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि कुपोषण एवं एनीमिया की समस्याएं कहीं ना कहीं बाल विवाह से जुड़ी हुईं हैं. कहा कि इसलिए सर्वप्रथम हमें बाल विवाह को रोकने की आवश्यकता है. इसके अलावा डायन प्रथा जैसी कुरीति के खिलाफ सभी को जागरूक एवं सशक्त होने जरूरत है. इसी संदर्भ में लगातार जागरुकता अभियान चलाया जा रहा है. इसे लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को इन कुरीतियों की जानकारियां उपलब्ध कराई जा रही है.