साहिबगंज: रबिता उर्फ रुबिका हत्याकांड मामले में रूबिका पहाड़िन के शव को पोस्टमार्टम कराने के बाद पुलिस प्रशासन ने परिजनों को सौंप दिया है. मंगलवार की शाम रबिता पहाड़िन के पैतृक गांव गोडा पहाड़ पर क्रिस्चियन रीति-रिवाज के अनुसार मिट्टी में दफना दिया गया. इस मौके पर आदिवासी समाज के सैकड़ों लोग मौजूद थे. उपायुक्त रामनिवास यादव, एसपी अनुरंजन किस्पोट्टा, बोरियो थाना प्रभारी जगरनाथ पान, समेत अन्य अधिकारी भी इस मौके पर मौजूद थे. सभी लोगों ने पुष्पमाला देकर नमन किया और आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की.
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एसपी अनुरंजन किस्पोट्टा ने बताया कि साहिबगंज रबिता हत्याकांड (Sahibganj Rabita murder case) में 10 लोगों की गिरफ्तारी की जा चुकी है. बाकी लोगों की गिरफ्तारी जल्द की जाएगी. अनुसंधान अभी भी जारी है. इस संबंध में कुछ लोगों को रिमांड पर लेकर पूछताछ की जाएगी. अभी तक जो अनुसंधान में पता चला है कि दिलदार अंसारी का पूरा परिवार रुबिका पहाड़िन की शादी से नाराज था. इस कांड में सभी लोग की संलिप्ता पाई गई है. यह एक जघन्य अपराध है. इस तरह के केस में दोषी पाए जाने वाले को बख्शा नहीं जाएगा.
उपायुक्त रामनिवास यादव ने बताया कि सीधे तौर पर परिवार के किसी लोगों को नौकरी नहीं दी जा सकती है, लेकिन जिला में बहाली निकल रही है. चौकीदार की बहाली करने की अनुशंसा हुई है. यदि कोई व्यक्ति पद के योग्य होगा तो उसे प्राथमिकता जरूर दी जाएगी. रुबिका पहाड़िन की 5 साल की बच्ची है. जिला प्रशासन की तरफ से राज्य और केंद्र सरकार द्वारा चलाई जा रही योजना का लाभ दिया जाएगा.
गौरतलब है कि शनिवार की शाम को साहिबगंज के बाेरियो में 22 वर्ष की महिला की हत्या के बाद पति और उसके घरवालों ने शव के 18 टुकड़े किए और फिर अलग-अलग जगहों पर फेंकने का मामला प्रकाश में आया था. बोरियो थाना क्षेत्र के गोडा पहाड़ की पहाड़िया महिला रबिता पहाड़िन की हत्या के आरोप में बोरियो बेल टोला निवासी मो. मुस्तकीम अंसारी और पत्नी मरियम खातून, पुत्र दिलदार अंसारी और पत्नी गुलेरा, मुस्तकीम के दूसरे पुत्र अमीर अंसारी, महताब अंसारी, पुत्री शारेजा खातून सहित 10 लोगों को गिरफ्तार कर सोमवार की शाम जेल भेज दिया गया.