ETV Bharat / state

'डिसमेंटल' हो चुका है साहिबगंज का मेंटल हॉस्पिटल, 8 साल बाद भी डॉक्टरों की नहीं हुई नियुक्ति

झारखंड सरकार ने करोड़ो रुपए खर्च कर साहिबगंज में एक मेंटल हॉस्पिटल बनाया. साल 2011 में इसका उद्घाटन हुआ, लेकिन, उद्घाटन के आठ साल बीत जाने के बाद भी यहां डॉक्टरों की नियुक्ति नहीं हो पाई है. जिसके कारण लोग सरकार से काफी नाराज हैं.

author img

By

Published : Sep 23, 2019, 1:05 PM IST

डिजाइन इमेज

साहिबगंज: साहिबगंज जिला झारखंड का सबसे सुदूरवर्ती और पिछड़ा जिला है. इसलिए झारखंड सरकार ने वहां के मानसिक रोगियों की इलाज के लिए एक मेंटल हॉस्पिटल बनवाया था. साल 2011 में झारखंड सरकार के तत्कालीन स्वास्थ्य मंत्री हेमलाल मुर्मू ने इस हॉस्पिटल का उद्घाटन किया था.

देखें पूरी खबर


इस मेंटल हॉस्पिटल के खुलने से जिले में खुशी की लहर थी. क्योंकि अब मानसिक रोग से संबंधित जो भी मरीज होंगे उनका शुरुआती दौर में इलाज साहिबगंज में हो जाएगा. उन्हें खुशी थी कि अब रांची नहीं जाना होगा. रांची जाने में 24 घंटे से अधिक समय लगता है. आज उद्घाटन के सालों बीत गए हैं लेकिन आज तक एक डॉक्टर नहीं आया, ताकि जिस उद्देश्य से हॉस्पिटल खोला गया था वह काम सुचारू रूप से चल सके.

सरकार की लापरवाही
स्थानीय लोगों का कहना है कि जिला प्रशासन और झारखंड सरकार की लापरवाही की वजह से मेंटल हॉस्पिटल का उद्घाटन तो हुआ लेकिन डॉक्टर की प्रतिनियुक्ति नहीं हुई. जिसके कारण यह हॉस्पिटल सफेद हाथी बनकर रह गया है. साहिबगंज से रांची जाने के लिए रोजाना रात में एक ट्रेन है यदि इस तरह के मरीज को मामूली बीमारी भी दिखानी पड़े तो रांची जाना मजबूरी है. इस तरह समय की बर्बादी के साथ पैसे भी खर्च अधिक होते हैं.

इस मेंटल हॉस्पिटल को स्वास्थ्य विभाग अपना गोदाम बना चुका है और स्वास्थ्य विभाग इस हॉस्पिटल को पार्सल रखने के काम में उपयोग कर रहा हैं. जो काफी दुखदाई है. करोड़ों रुपए की लागत से इस भवन को बनाया गया था. आज इसकी स्थिति ऐसी हो गई है कि देख-रेख के अभाव में यह भवन कूड़ा कबाड़ा का रूप ले चुका है.

सरकार से करेंगे बात
सिविल सर्जन ने कहा कि सदर अस्पताल में मेंटल हॉस्पिटल है लेकिन, अभी तक झारखंड सरकार ने एक भी डॉक्टर की प्रतिनियुक्ति नहीं की है. जिसके कारण यह हॉस्पिटल बंद रहता है. उन्होंने कहा कि मैं अपने स्तर से झारखंड सरकार का ध्यान इस ओर आकृष्ट करूंगा. यदि जिला में मेंटल हॉस्पिटल खुल जाता है तो हमारे साहिबगंज के लिए एक बहुत बड़ी उपलब्धि होगी, फिर यहां के मरीज को रांची नहीं जाना पड़ेगा.

साहिबगंज: साहिबगंज जिला झारखंड का सबसे सुदूरवर्ती और पिछड़ा जिला है. इसलिए झारखंड सरकार ने वहां के मानसिक रोगियों की इलाज के लिए एक मेंटल हॉस्पिटल बनवाया था. साल 2011 में झारखंड सरकार के तत्कालीन स्वास्थ्य मंत्री हेमलाल मुर्मू ने इस हॉस्पिटल का उद्घाटन किया था.

देखें पूरी खबर


इस मेंटल हॉस्पिटल के खुलने से जिले में खुशी की लहर थी. क्योंकि अब मानसिक रोग से संबंधित जो भी मरीज होंगे उनका शुरुआती दौर में इलाज साहिबगंज में हो जाएगा. उन्हें खुशी थी कि अब रांची नहीं जाना होगा. रांची जाने में 24 घंटे से अधिक समय लगता है. आज उद्घाटन के सालों बीत गए हैं लेकिन आज तक एक डॉक्टर नहीं आया, ताकि जिस उद्देश्य से हॉस्पिटल खोला गया था वह काम सुचारू रूप से चल सके.

सरकार की लापरवाही
स्थानीय लोगों का कहना है कि जिला प्रशासन और झारखंड सरकार की लापरवाही की वजह से मेंटल हॉस्पिटल का उद्घाटन तो हुआ लेकिन डॉक्टर की प्रतिनियुक्ति नहीं हुई. जिसके कारण यह हॉस्पिटल सफेद हाथी बनकर रह गया है. साहिबगंज से रांची जाने के लिए रोजाना रात में एक ट्रेन है यदि इस तरह के मरीज को मामूली बीमारी भी दिखानी पड़े तो रांची जाना मजबूरी है. इस तरह समय की बर्बादी के साथ पैसे भी खर्च अधिक होते हैं.

इस मेंटल हॉस्पिटल को स्वास्थ्य विभाग अपना गोदाम बना चुका है और स्वास्थ्य विभाग इस हॉस्पिटल को पार्सल रखने के काम में उपयोग कर रहा हैं. जो काफी दुखदाई है. करोड़ों रुपए की लागत से इस भवन को बनाया गया था. आज इसकी स्थिति ऐसी हो गई है कि देख-रेख के अभाव में यह भवन कूड़ा कबाड़ा का रूप ले चुका है.

सरकार से करेंगे बात
सिविल सर्जन ने कहा कि सदर अस्पताल में मेंटल हॉस्पिटल है लेकिन, अभी तक झारखंड सरकार ने एक भी डॉक्टर की प्रतिनियुक्ति नहीं की है. जिसके कारण यह हॉस्पिटल बंद रहता है. उन्होंने कहा कि मैं अपने स्तर से झारखंड सरकार का ध्यान इस ओर आकृष्ट करूंगा. यदि जिला में मेंटल हॉस्पिटल खुल जाता है तो हमारे साहिबगंज के लिए एक बहुत बड़ी उपलब्धि होगी, फिर यहां के मरीज को रांची नहीं जाना पड़ेगा.

Intro:मनः चिकित्सालय अस्पताल बना शोभा की बस्तु। ऐसे मरीज रांची जाने को है मजबूर। सरकार की उदासीनता का दंश झेल रहा है यह अस्पताल।



Body:मनः चिकित्सालय अस्पताल बना शोभा की बस्तु। ऐसे मरीज रांची जाने को है मजबूर। सरकार की उदासीनता का दंश झेल रहा है यह अस्पताल।
स्टोरी-साहिबगंज-- साहिबगंज जिला झारखंड का सबसे सुदूरवर्ती और पिछड़ा जिला है इसलिए झारखंड सरकार ने यहां के लोगों की इलाज के लिए एक मेंटल हॉस्पिटल का भवन बनवाया । वर्ष 2011 में झारखंड सरकार के निवर्तमान स्वास्थ्य मंत्री हेमलाल मुर्मू ने इस हॉस्पिटल का उद्घाटन किया था।
इस मेंटल हॉस्पिटल के खुलने से जिले में खुशी की लहर थी अब मेंटल से संबंधित जो भी मरीज होंगे अब इनका इलाज शुरुआती दौर में साहेबगंज में हो जाएगा अब रांची नहीं जाना होगा क्योंकि रांची जाने में 24 घंटा से अधिक समय लगता है।आज सालों बीत गए लेकिन आज तक एक डॉक्टर नहीं आया ताकि जिस उद्देश्य हॉस्पिटल खुला था वह काम सुचारू रूप से चल सके।
स्थानीय लोगों का कहना है कि जिला प्रशासन और झारखंड सरकार की लापरवाही का वजह है कि आज तक मेंटल हॉस्पिटल का उद्घाटन तो हुआ लेकिन डॉक्टर की प्रतिलिपि नहीं होने से यह हॉस्पिटल एकमात्र शोभा का वस्तु बना हुआ साहिबगंज से रांची जाने के लिए रोजाना रात में एक ट्रेन है यदि इस तरह के मरीज को मामूली सा दिखाना अगर पड़े तो रांची जाना मजबूरी है। इस तरह समय की बर्बादी के साथ पैसे का भी खर्च अधिक होता है।
इस मेंटल हॉस्पिटल में स्वास्थ्य विभाग अपना गोदाम बना चुकी है और स्वास्थ्य विभाग इस हॉस्पिटल को अपना पर्सनल काम में लाकर उपयोग कर रही हैं जो काफी दुखदाई है। करोड़ों रुपए की लागत से इस भवन का बनाया गया था। आज इसकी स्थिति ऐसी हो गई है कि इस हॉस्पिटल का देख रेख के अभाव में या भवन कूड़ा कबाड़ी का रूप ले चुका है।
बाइट-- 2- मुरली तिवारी
बाइट- अजय यादव,स्थानीय
सिविल सर्जन ने कहा कि सदर अस्पताल में मेंटल हॉस्पिटल है लेकिन अभी तक झारखंड सरकार ने एक भी डॉक्टर की प्रतिनियुक्ति नहीं की है जिससे यह हॉस्पिटल बंद रहता है अपने स्तर से झारखंड सरकार को इस ओर ध्यान आकृष्ट करता हूं यदि जिला में मेंटल हॉस्पिटल खुल जाता है तो हमारे साहेबगंज के लिए एक बहुत बड़ी उपलब्धि होती है यहां के मरीज को रांची नहीं जाना पड़ता।
बाइट- 1- डीएन सिंह,सीएस,साहिबगंज


Conclusion: झारखंड का सुदूरवर्ती जिला साहिबगंज में मेंटल हॉस्पिटल खुलना एक बहुत बड़ी उपलब्धि माना जाता।लेकिन झारखंड सरकार ने जिस उद्देश्य मेंटल हॉस्पिटल का भवन बनवाया इस दिशा में आज तक डॉक्टर की प्रतिनियुक्ति नहीं करने से या भवन शोभा का वस्तु बना हुआ है
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.