साहिबगंज: बरहेट थाना क्षेत्र स्थित एक स्कूल के हेडमास्टर मोहम्मद शमशाद अली पर लगे नाबालिग छात्रा से छेड़खानी के आरोप सही पाए गए हैं. साहिबगंज उपायुक्त राम निवास यादव ने मामले की जांच का जिम्मा जिला शिक्षा पदाधिकारी दुर्गानंद झा और डीएसई राजेश पासवान को सौंपा था. जिसमें डीएसई ने बताया कि जांच में उसके ऊपर लगे आरोप सही साबित हुए. आरोपी हेडमास्टर को अभिभावक के बयान पर बरहेट थाने में पॉक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज कर साहिबगंज मंडल कारा में भेज दिया गया था.
मामले में डीसी ले सकते हैं कड़ा फैसला: मामले में जिला शिक्षा पदाधिकारी (डीईओ) ने स्कूल पहुंचकर अभिभावक, छात्राओं व स्कूल के शिक्षकों से पूछताछ की थी. डीईओ दुर्गानंद झा ने रिपोर्ट तैयार कर इसे उपायुक्त को सौंपने की बात कही. जिला शिक्षा पदाधिकारी ने कहा कि जांच में सभी लोगों का पक्ष लिया गया है. अंत में यही निष्कर्ष निकला कि हेडमास्टर की नीयत सही नहीं थी. उन पर जो छेड़खानी के आरोप लगे हैं वह सही हैं.
हेडमास्टर की नहीं होनी चाहिए वापसी: बताया कि इस संबंध में पहले से ही विवाद चल रहा था. छात्राओं ने बुरी नजर के आरोप लगाए थे. साथ ही छात्राओं की मांग है कि आरोपी हेडमास्टर को इस मामले में कड़ी से कड़ी सजा मिले. दोबारा उनकी वापसी स्कूल में नहीं हो. डीईओ ने कहा कि डीसी को रिपोर्ट सौंपने के बाद आदेशानुसार कार्रवाई की जाएगी.
डीसी लेंगे पत्र के माध्यम से जानकारी: उपायुक्त ने कहा है कि 103 हाई स्कूल के छात्र व छात्राओं से बंद लिफाफे में पत्र मंगवाया जाएगा. विद्यार्थियों से स्कूल के शिक्षक, संसाधन, विधि व्यवस्था के बारे में गुप्त पत्र के माध्यम से जानकारी ली जाएगी. कहा कि इस दौरान कोई भी परियोजना या शिक्षा विभाग का कर्मी मौजूद नहीं होगा. काम में पंचायत सचिव और प्रखंड स्तर के कर्मी की जरूरत पड़ी तो मदद ली जाएगी. उपायुक्त ने कहा कि पत्रों को पढ़कर स्कूल के बारे में पूरी जानकारी ली जाएगी. इसके बाद समस्या का निदान और कार्रवाई की जाएगी.
क्या है हेडमास्टर से जुड़ा पूरा मामला: गौरतलब है कि सूबे के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के विधानसभा क्षेत्र बरहेट में एक स्कूल के हेडमास्टर पर छात्राओं ने छेड़खानी का ओरोप लगाया था. इस मामले में अभिभावकों ने स्कूल पहुंचकर हेड मास्टर की जमकर धुनाई कर दी थी. मामले की गंभीरता को देखते हुए बरहेट थाना प्रभारी गौरव कुमार ने जांच उपरांत आरोपी हेडमास्टर को जेल भेज दिया था. आरोपी हेडमास्टर ने अपने ऊपर लगे आरोप को बेबुनियाद बताया है.