साहिबगंज: जिला प्रशासन ने एक नई शुरुआत की है. इसके तहत जो माता-पिता कोरोना संक्रमित हैं या कोई एक सदस्य संक्रमित है, वैसी स्थिति में यदि उनके बच्चे के पालन पोषण और संरक्षण की आवश्यकता महसूस होती है तो जिला प्रशासन उनको मदद देगा. इसके लिए प्रशासन ने जिला बाल संरक्षण इकाई, बाल कल्याण समिति और चाइल्ड लाइन को जिम्मेदारी सौंपी है. इसके लिए फिट फैसिलिटी की शुरुआत की गई है, जिसके तहत बच्चे को 3 महीने तक संरक्षण मिलेगा और प्रशासन इसकी जिम्मेदारी उठाएगा. हालांकि अभी तक जिले में किसी बच्चे के लिए में मदद नहीं मांगी गई है.
ये भी पढ़ें- रुक्का डैम में डूबने से एक ही परिवार के तीन युवकों की मौत, एक दूसरे के बचाने के चक्कर में हुआ हादसा
कोरोना की दूसरी लहर में इस बार कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ी है. ऐसी परिस्थिति में देखा जा रहा है कि एक एक घर में कई लोग कोरोना से पीड़ित हो रहे हैं. उनके बच्चों के सामने पालन पोषण की समस्या आ रही है. इसको देखते हुए जिला प्रशासन ने फिट फैसिलिटी कार्यक्रम की शुरुआत की है. इसके तहत वैसे माता-पिता जो कोरोना संक्रमित हैं, अगर वो चाहते हैं कि उनके बच्चे महफूज रहें तो इसके लिए जिला बाल संरक्षण इकाई, बाल कल्याण समिति और चाइल्ड लाइन के सहयोग से मदद लें, ऐसे बच्चों की प्रशासन देखभाल करेगा. इन बच्चों के संरक्षण के लिए बाल गृह और चाइल्ड लाइन को चिन्हित किया गया है.
जिले में किसी को नहीं चाहिए मदद?
संक्रमित अभिभावकों के बच्चों की जिम्मेदारी उठाने के लिए प्रशासन तैयार है, लेकिन अभी तक फिट फैसिलिटी के तहत बच्चों की जिम्मेदारी के लिए किसी भी व्यक्ति ने संपर्क नहीं किया है. जिला बाल संरक्षण पदाधिकारी ने कहा कि व्यापक स्तर पर क्षेत्र में प्रचार प्रसार किया जा रहा है. चाइल्ड लाइन के सहयोग से लोगों को जागरूक किया जा रहा है. 1098 पर फोन कर संपर्क करने की भी अपील की जा रही है. यदि कोई संपर्क करता है तो उनके बच्चे को संरक्षण देने की जिम्मेदारी उठाई जाएगी.