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आरएसएस ने मनाया शरद पूर्णिमा उत्सव, सबको खिलाई गई खीर, खेल प्रतियोगिता हुई

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Published : Oct 9, 2022, 10:42 PM IST

साहिबगंज में शरद पूर्णिमा 2022 (Sharad Purnima 2022 ) रविवार को राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के स्वयंसेवकों ने शरद पूर्णिमा उत्सव मनाया (RSS Sharad Purnima festival in Sahibganj ). इस दौरान बच्चों के लिए खेल प्रतियोगिता आयोजित की गई और सबको खीर खिलाई गई.

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आरएसएस ने मनाया शरद पूर्णिमा उत्सव

साहिबगंज: साहिबगंज में रविवार को शरद पूर्णिमा 2022 (Sharad Purnima 2022 ) पर तमाम आयोजन किए जा रहे हैं. इस कड़ी में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस)के स्वयंसेवकों ने साहिबगंज जिले के सभी 3 नगरों और 9 प्रखंडों में शरद पूर्णिमा उत्सव मनाया (RSS Sharad Purnima festival in Sahibganj ). इसके तहत साहिबगंज नगर में स्थानीय सिदो कान्हू स्टेडियम में सपरिवार स्वयंसेवक और तमाम बच्चे एकत्रत हुए और प्रतियोगिताओं में हिस्सा लिया.

ये भी पढ़ें-शरद पूर्णिमा 2022 पर कोयलांचल में लखी पूजा, लोगों में उत्साह का माहौल

शरद पूर्णिमा उत्सव 2022 कार्यक्रम में कबड्डी, खो-खो, टैंक युद्ध, अंत्याक्षरी जैसे खेल का आयोजन किया गया. इसके बाद चंद्रमा की रोशनी में रखी गई खीर को सभी स्वयंसेवकों ने प्रसाद रूप में ग्रहण किया. इस अवसर पर कार्यक्रम के मुख्य वक्ता राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विभाग प्रचारक अजय कुमार ने कहा कि अपने देश के अलग-अलग भागों में अनेक प्रकार के उत्सवों की परंपरा है. प्रत्येक उत्सव के साथ कोई न कोई पौराणिक कथा जुड़ी हुई है.

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के नीति नियंताओं को संगठन में जब जिन गुणों एवं प्रेरक प्रसंगों की आवश्यकता महसूस हुई तदनुसार उन्होंने उसको उत्सव रूप में मनाने की व्यवस्था की. संघ में कुल 6 उत्सवों को मनाने की परंपरा रही है, जिसमें से शरद पूर्णिमा महत्वपूर्ण उत्सव है. यह उत्सव हमारे समाज को जोड़ता है तथा समाज में समरसता को भी स्थापित करता है.

विभाग प्रचारक अजय कुमार ने बताया कि आज के दिन चंद्रमा पृथ्वी के सबसे ज्यादा करीब होता है, साथ ही सबसे अधिक चमकीला भी होता है. ऐसी मान्यता है कि शरद पूर्णिमा के दिन चंद्रमा से अमृत की बारिश होती है. इसी अमृत को हम सभी चंद्रमा की खुली रोशनी में रखे गए खीर में प्राप्त कर सामूहिक रूप से ग्रहण करते हैं. शरद पूर्णिमा को कोजागिरी पूर्णिमा भी कहते हैं. ऐसी धारणा है कि आज के दिन माता लक्ष्मी पृथ्वी पर भ्रमण करती हैं तथा जो लोग जगे हुए होते हैं उस परिवार के घर में वह प्रवेश करती हैं और अच्छे कार्य करने पर अंश रूप में विराजमान हो जाती हैं. इसलिए आज की रात लोग जागरण भी करते हैं.

कार्यक्रम में विभाग संघचालक विजय कुमार, जिला कार्यवाह सुनील कुमार, जिला संपर्क प्रमुख सुरेंद्र नाथ तिवारी, नगर कार्यवाह स्वपन कुमार, सह नगर कार्यवाह पुष्कर लाल, वरिष्ठ स्वयंसेवक केशव तम्बाकू वाला, राजमहल मॉडल कॉलेज के प्राचार्य डॉ रंजीत सिंह, मदन शर्मा, भाजपा नेता राजीव कुमार चौधरी, अधिवक्ता ज्योति प्रकाश मिश्रा, सत्यजीत कृष्ण, जिला संपर्क प्रमुख डॉ. सुरेंद्र नाथ तिवारी, मिथुन कुमार, डॉक्टर ममता विद्यार्थी, नमिता शर्मा, रीमा सिंह, गुंजन देवी आदि मौजूद रहे.

साहिबगंज: साहिबगंज में रविवार को शरद पूर्णिमा 2022 (Sharad Purnima 2022 ) पर तमाम आयोजन किए जा रहे हैं. इस कड़ी में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस)के स्वयंसेवकों ने साहिबगंज जिले के सभी 3 नगरों और 9 प्रखंडों में शरद पूर्णिमा उत्सव मनाया (RSS Sharad Purnima festival in Sahibganj ). इसके तहत साहिबगंज नगर में स्थानीय सिदो कान्हू स्टेडियम में सपरिवार स्वयंसेवक और तमाम बच्चे एकत्रत हुए और प्रतियोगिताओं में हिस्सा लिया.

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शरद पूर्णिमा उत्सव 2022 कार्यक्रम में कबड्डी, खो-खो, टैंक युद्ध, अंत्याक्षरी जैसे खेल का आयोजन किया गया. इसके बाद चंद्रमा की रोशनी में रखी गई खीर को सभी स्वयंसेवकों ने प्रसाद रूप में ग्रहण किया. इस अवसर पर कार्यक्रम के मुख्य वक्ता राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विभाग प्रचारक अजय कुमार ने कहा कि अपने देश के अलग-अलग भागों में अनेक प्रकार के उत्सवों की परंपरा है. प्रत्येक उत्सव के साथ कोई न कोई पौराणिक कथा जुड़ी हुई है.

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के नीति नियंताओं को संगठन में जब जिन गुणों एवं प्रेरक प्रसंगों की आवश्यकता महसूस हुई तदनुसार उन्होंने उसको उत्सव रूप में मनाने की व्यवस्था की. संघ में कुल 6 उत्सवों को मनाने की परंपरा रही है, जिसमें से शरद पूर्णिमा महत्वपूर्ण उत्सव है. यह उत्सव हमारे समाज को जोड़ता है तथा समाज में समरसता को भी स्थापित करता है.

विभाग प्रचारक अजय कुमार ने बताया कि आज के दिन चंद्रमा पृथ्वी के सबसे ज्यादा करीब होता है, साथ ही सबसे अधिक चमकीला भी होता है. ऐसी मान्यता है कि शरद पूर्णिमा के दिन चंद्रमा से अमृत की बारिश होती है. इसी अमृत को हम सभी चंद्रमा की खुली रोशनी में रखे गए खीर में प्राप्त कर सामूहिक रूप से ग्रहण करते हैं. शरद पूर्णिमा को कोजागिरी पूर्णिमा भी कहते हैं. ऐसी धारणा है कि आज के दिन माता लक्ष्मी पृथ्वी पर भ्रमण करती हैं तथा जो लोग जगे हुए होते हैं उस परिवार के घर में वह प्रवेश करती हैं और अच्छे कार्य करने पर अंश रूप में विराजमान हो जाती हैं. इसलिए आज की रात लोग जागरण भी करते हैं.

कार्यक्रम में विभाग संघचालक विजय कुमार, जिला कार्यवाह सुनील कुमार, जिला संपर्क प्रमुख सुरेंद्र नाथ तिवारी, नगर कार्यवाह स्वपन कुमार, सह नगर कार्यवाह पुष्कर लाल, वरिष्ठ स्वयंसेवक केशव तम्बाकू वाला, राजमहल मॉडल कॉलेज के प्राचार्य डॉ रंजीत सिंह, मदन शर्मा, भाजपा नेता राजीव कुमार चौधरी, अधिवक्ता ज्योति प्रकाश मिश्रा, सत्यजीत कृष्ण, जिला संपर्क प्रमुख डॉ. सुरेंद्र नाथ तिवारी, मिथुन कुमार, डॉक्टर ममता विद्यार्थी, नमिता शर्मा, रीमा सिंह, गुंजन देवी आदि मौजूद रहे.

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