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सरकारी उपेक्षा का शिकार हुआ आवासीय महिला कॉलेज, करोड़ों की लागत से बना बिल्डिंग बन गया भूत बंगला - Sahibganj News

सरकारी अधिकारियों की उदासीनता की वजह से करोड़ों की लागत से बना साहिबगंज का आवासीय महिला कॉलेज जर्जर होता जा रहा है. साहिबगंज महाविद्यालय के एक कमरे में चल रहे इस कॉलेज के विद्यार्थियों ने जल्द से जल्द इस बिल्डिंग को चालू करने की मांग की है.

dilapidated residential school
जर्जर हुआ आवासीय विद्यालय
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Published : Dec 8, 2021, 7:58 PM IST

साहिबगंज: सूबे में शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकार कई योजनाएं बनाती है. लेकिन अधिकारियों की उदासीनता की वजह से कई बार ये योजनाएं धूल फांकने को मजबूर हो जाती है. कुछ ऐसा ही हाल जिले के दहला मोहल्ले में करोड़ों की लागत से बना आवासीय महिला कॉलेज का हो गया है. उपेक्षा का दंश झेल रहा ये कॉलेज अब भूत बंगला बनने के कगार पर है.

ये भी पढे़ं- शिक्षा सचिव का साहिबगंज दौराः बैठक में स्कूल में बच्चों की हाजिरी सुनिश्चित कराने की हिदायत, निजी स्कूलों को चेतावनी

2015 में बनकर हुआ था तैयार

खबर के अनुसार साल 2015 में आवासीय महिला कॉलेज बनकर तैयार हो गया था. 2016 से पहला सेशन भी शुरु हो चुका था. लेकिन राज्य सरकार के द्वारा सभी विषयों की शिक्षकों के बहाली नहीं करने से आज तक ये कॉलेज पूरी तरह चालू नहीं हो सका है. आलम ये है कि साहिबगंज महाविद्यालय के एक कमरा में यह कॉलेज चल रहा है.

देखें वीडियो

एक कमरे में कॉलेज

वर्तमान में आवासीय महिला कॉलेज, साहिबगंज महाविद्यालय के एक कमरा चल रहा है, जिसमें दो प्रोफेसर और दो कर्मियों के भरोसे चल रहा है. वर्तमान में इस कॉलेज में कॉमर्स के दो प्रोफेसर घनश्याम महतो, सरस्वती कुमारी और दो कर्मी प्रमिला मुर्मू और रौशन कुमार पोस्टेड हैं. इनके भरोसे ही बैचलर डिग्री की पांच विषयों इतिहास,राजनीती शास्त्र, हिंदी ,अंग्रेजी और कॉमर्स की पढ़ाई जारी है. 2021-22 में अभी तक 80 छात्रों ने दाखिला लिया है जो किसी भी साल की अपेक्षा ज्यादा है.

ये भी पढ़ें- गंगा में बाढ़ से साहिबगंज में गन्ने की फसल बर्बाद, किसानों ने की सरकार से मुआवजे की मां

कॉलेज में नहीं हैं प्रिंसिपल

महिला कॉलेज में पढ़ने वाली छात्रा आलीसानिया के मुताबिक ये राज्य की पहली महिला कॉलेज है जिसमें प्रिंसिपल नहीं है. लाइब्रेरी की सुविधा हमें नहीं मिल पाती है. छात्रा निकिता कुमारी ने बताया की एक अलग से जो सुविधा महिला कॉलेज में मिलती वो सुविधा साहिबगंज महाविद्यालय में महिला कॉलेज के नाम पर नहीं मिल रही है.

बहुत जल्द खुलेगा कॉलेज

साहिबगंज महाविद्यालय के प्रिंसिपल राहुल कुमार संतोष के अनुसार बहुत जल्द महिला कॉलेज खुलने जा रहा है. उन्होंने कहा कि सिदो कान्हू मुर्मू विश्वविद्यालय के वीसी ने इस संबंध में राज्य सरकार को पत्र लिखा है. जिसके बाद इस कॉलेज के खुलने की संभावना बढ़ गई है. उन्होंने बताया कि महिला कॉलेज को 6 सिक्योरिटी गार्ड मिलने जा रहे हैं जिसमें 4 पुरुष और 2 महिला होगी और एक सुपरवाइजर होगा. उन्होंने कहा निश्चित रूप से ये महिला कॉलेज में पढ़ रही छात्राओं के लिए खुशी की खबर है.

साहिबगंज: सूबे में शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकार कई योजनाएं बनाती है. लेकिन अधिकारियों की उदासीनता की वजह से कई बार ये योजनाएं धूल फांकने को मजबूर हो जाती है. कुछ ऐसा ही हाल जिले के दहला मोहल्ले में करोड़ों की लागत से बना आवासीय महिला कॉलेज का हो गया है. उपेक्षा का दंश झेल रहा ये कॉलेज अब भूत बंगला बनने के कगार पर है.

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2015 में बनकर हुआ था तैयार

खबर के अनुसार साल 2015 में आवासीय महिला कॉलेज बनकर तैयार हो गया था. 2016 से पहला सेशन भी शुरु हो चुका था. लेकिन राज्य सरकार के द्वारा सभी विषयों की शिक्षकों के बहाली नहीं करने से आज तक ये कॉलेज पूरी तरह चालू नहीं हो सका है. आलम ये है कि साहिबगंज महाविद्यालय के एक कमरा में यह कॉलेज चल रहा है.

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एक कमरे में कॉलेज

वर्तमान में आवासीय महिला कॉलेज, साहिबगंज महाविद्यालय के एक कमरा चल रहा है, जिसमें दो प्रोफेसर और दो कर्मियों के भरोसे चल रहा है. वर्तमान में इस कॉलेज में कॉमर्स के दो प्रोफेसर घनश्याम महतो, सरस्वती कुमारी और दो कर्मी प्रमिला मुर्मू और रौशन कुमार पोस्टेड हैं. इनके भरोसे ही बैचलर डिग्री की पांच विषयों इतिहास,राजनीती शास्त्र, हिंदी ,अंग्रेजी और कॉमर्स की पढ़ाई जारी है. 2021-22 में अभी तक 80 छात्रों ने दाखिला लिया है जो किसी भी साल की अपेक्षा ज्यादा है.

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कॉलेज में नहीं हैं प्रिंसिपल

महिला कॉलेज में पढ़ने वाली छात्रा आलीसानिया के मुताबिक ये राज्य की पहली महिला कॉलेज है जिसमें प्रिंसिपल नहीं है. लाइब्रेरी की सुविधा हमें नहीं मिल पाती है. छात्रा निकिता कुमारी ने बताया की एक अलग से जो सुविधा महिला कॉलेज में मिलती वो सुविधा साहिबगंज महाविद्यालय में महिला कॉलेज के नाम पर नहीं मिल रही है.

बहुत जल्द खुलेगा कॉलेज

साहिबगंज महाविद्यालय के प्रिंसिपल राहुल कुमार संतोष के अनुसार बहुत जल्द महिला कॉलेज खुलने जा रहा है. उन्होंने कहा कि सिदो कान्हू मुर्मू विश्वविद्यालय के वीसी ने इस संबंध में राज्य सरकार को पत्र लिखा है. जिसके बाद इस कॉलेज के खुलने की संभावना बढ़ गई है. उन्होंने बताया कि महिला कॉलेज को 6 सिक्योरिटी गार्ड मिलने जा रहे हैं जिसमें 4 पुरुष और 2 महिला होगी और एक सुपरवाइजर होगा. उन्होंने कहा निश्चित रूप से ये महिला कॉलेज में पढ़ रही छात्राओं के लिए खुशी की खबर है.

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