साहिबगंज: चर्चित रबिता हत्याकांड में बोरियो पुलिस ने जांच के क्रम में आरोपी और मृतका के 22 साक्ष्यों को फॉरेंसिक जांच के लिए विधि विज्ञान प्रयोगशाला रांची भेजा है (Material sent to Ranchi for forensic examination). थाना प्रभारी जगन्नाथ पान ने बताया कि आरोपी का खून से सना कपड़ा, हत्या में प्रयोग किए गए हथियार, मृतका के बाल, कपड़े सहित 22 साक्ष्यों को लेकर एएसआई करूण कुमार राय को रांची भेजा गया.
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साहिबगंज पुलिस का कहना है कि इन समानों की जांच के बाद ही आगे की कार्रवाई में तेजी आएगी. इन समानो में आरोपी के घर से मिले खून से सने कपड़े, लड़की के कई बाल और अन्य कपड़ों शामिल हैं. जिन्हें जांच के लिए विधि प्रयोगशाला रांची भेजा गया है. रबिता हत्याकांड के बाद पुलिस ने गौरीपुर गांव के खेत से रबिता के बाल, कपड़ा, चादर और अंडरगारमेंट बरामद किए थे.
वहीं, आरोपी के घर से खून से सना कपड़ा और हत्या में इस्तेमाल किए गए तेज धार हथियार बरामद किए हए हैं. इसके अलावा आरोपी का खून से सना जैकेट भी बरामद किया गया था. पुलिस का कहना है कि जांच के बाद ही कई रहस्यों से पर्दा उठ पाएगा. हत्याकांड में अब तक मुख्य आरोपी दिलदार के मामा मैनुल अब तक पुलिस गिरफ्त में नही आया है. उसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है. पुलिस आरोपी के मोबाइल लोकेशन और कॉल डिटेल से उसतक पहुंचने की कोशिश कर रही है. आदिम जन जाति समाज के लोग लगातार मुख्य आरोपी को गिरप्तार की मांग कर रहे हैं.
रबिता के पिता ने बताया कि दिलदार अंसारी ने 17 दिसंबर यानी शनिवार को उन्हें बताया था कि उनकी बेटी लापता है. उसी दिन दिलदार अंसारी ने अपनी दूसरी पत्नी यानी रबिता के लापता होने की सूचना बोरिया थाना को दी थी, लेकिन जब पुलिस ने छानबीन की तो गौरीपुर के एक मकान से रबिता के शव के कई टुकड़े बरामद किए. रबिता के पिता ने बताया कि दिलदार उनकी बेटी से प्रेम करता था. एक माह पहले ही उसने उससे शादी की थी, लेकिन उन्हें क्या पता था कि एक गरीब आदिवासी की बेटी के साथ ऐसा हो जाएगा. रबिता के पिता ने कहा कि इस हत्या में शामिल सभी लोगों को फांसी की सजा मिलनी चाहिए.