साहिबगंज: भारत सरकार आजादी की 75 वीं वर्षगाठ को आजादी का अमृत महोत्सव के रूप में मना रही है. इसके तहत तमाम कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं. इसी कड़ी में वर्षा जल को संचित करने के लिए जल शक्ति अभियान भी चलाया जा रहा है. कैच द रेन कार्यक्रम के तहत हर जिले में 75 तालाब का निर्माण और जीर्णोद्धार करने का लक्ष्य 15 दिसंबर 2023 तक रखा गया है. इन्हें अमृत सरोवर के नाम से जाना जाएगा.
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उपायुक्त राम निवास यादव ने बताया कि चुनाव खत्म होने के साथ लक्ष्य को पूरा करने के लिए काम किया जाएगा. डीसी ने कहा कि हम जिले में 100 के पार तालाब का निर्माण और जीर्णोद्धार कराएंगे. डीसी ने कहा कि इन तालाबों का निर्माण एक एकड़ से अधिक जमीन पर कराया जाना है, ताकि वर्षा जल का संचयन किया जा सके. इससे एक तो भूमिगत जल का संकट दूर होगा तो दूसरा इससे लोगों को रोजगार से भी जोड़ा जा सकेगा. डीसी ने बताया कि तालाबों का निर्माण डीएमएफटी फंड, 15 वें वित्त आयोग की राशि, भूमि संरक्षण, मनरेगा आदि की राशि से बनवाए जाएंगे.
गौरतलब है कि केंद्र सरकार के निर्देश पर जिले में विभिन्न फंड से तालाब निर्माण या मिट्टी भरा हुए तालाब की गाद निकलवाने की योजना थी ताकि बरसात का पानी जमा किया जा सके. इस उदेश्य से जिला में 75 तालाब का निर्माण कराना था लेकिन चुनाव की घोषणा होने की वजह से यह काम रूक गया है. हालांकि बोरियों प्रखंड के बांझी गांव में जमीन चिन्हित की गई है.