साहिबगंज: सूबे के सीएम हेमंत सोरेन के विधानसभा क्षेत्र बरहेट के लोगों को आज भी शुद्ध पेयजल नसीब नहीं हो रहा है, वहां के लोग आज भी आर्सेनिक युक्त पानी पीने को मजबूर हैं. बरहेट विधानसभा क्षेत्र शुरू से ही जेएमएम का गढ़ रहा है और आज भी इस विधानसभा सीट से हेमंत सोरेन विधायक चुनकर झारखंड के मुख्यमंत्री बने हैं.
वहीं, स्थानीय लोगों का कहना है कि शुद्ध पेयजल भाग्य में नहीं है. घर से करीब 5 किलोमीटर दूर कहीं-कहीं चापाकल या झरना का पानी पीने के लिए लाते हैं, लेकिन किसी भी सरकार को हमारी चिंता नहीं है. लोगों का कहना है कि पानी में आयरन की मात्रा अधिक है, जिससे हम लोगों को कई तरह की बीमारी होती है. कई लोग कैंसर जैसे घातक बीमारी की चपेट में आने से समय से पहले मर चुके हैं.
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जिले के सिविल सर्जन का कहना है कि पानी में आर्सेनिक और फ्लोराइड जैसे तत्व मिले होने से जल दूषित हो जाता है. इस पानी को पीने से कैंसर और लीवर से संबंधित कई बीमारी होती है. गंभीर बीमारी होने के कारण लोगों की मौत हो जाती है, ऐसे में सरकार को जरूरत है कि वे लोगों को शुद्ध पेयजल दे.
वहीं, पीएचइडी पदाधिकारी ने कहा कि पहाड़िया क्षेत्र में शुद्ध पेयजल के लिए कई योजनाएं चल रही हैं. लोगों को शुद्ध पेयजल मिले इसके लिए जिला प्रशासन लगातार प्रयासरत है और प्रशासन ने इसे पहली प्राथमिकता में रखा है. पदाधिकारी ने कहा कि इसके लिए पूरी तैयारी कर ली गई है और 3 महीने के अंदर लोगों को शुद्ध पेयजल मिल जाए, इसके लिए जिला प्रशासन, राज्य सरकार और कल्याण विभाग की आवंटित योजना मद में मिले फंड से काम तीव्र गति से चल रही है.
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बरहेट विधानसभा क्षेत्र में आज तक लोगों को डोर टू डोर शुद्ध पेयजल नसीब नहीं हुआ है. अब लोगों को आस जगी है कि सीएम का विधानसभा क्षेत्र होने से उन्हें शुद्ध पेयजल मिलेगा. आर्सेनिक युक्त पानी पीने से कई लोग गंभीर बीमारी से ग्रसित है.