साहिबगंज: डीसी बाबू उफनती गंगा को नाव से पार करने में लगता है डर, ऐसा कहना है जिलावासियों का. दरअसल, जिले के शकुंतला सहाय घाट से बिहार के मनिहारी घाट के बीच गंगा नदी पार करने में यात्रियों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है. हालांकि जिला प्रशासन द्वारा एक यात्री जहाज चलाया जा रहा है. लेकिन वह भी दिन में दो बार ही चल पाता है.
बता दें कि जहाज को आने-जाने में लगभग 6 घंटे लग जाते हैं, वहीं जिला प्रशासन द्वारा यात्री जहाज को निर्देश दिया गया है कि सिर्फ 90 यात्री ही एक बार में सफर कर सकते हैं. ऐसे में 90 से अधिक टिकट नहीं मिलने पर यात्रियों को नदी पार करने के लिए मजबूरन नाव का सहारा लेना पड़ता है.
यात्रियों का कहना है कि नाव से पार करना मौत को गले लगाने जैसा है. यात्रियों ने बताया कि एक यात्री जहाज चल रही है वह भी छोटी है. जिससे गंगा में डूबने की आशंका बनी रहती है. इस सिलसिले में यात्रियों ने जिला प्रशासन से मांग की है कि एक से अधिक यात्री जहाज चलाए ताकि लोगों को परेशानी न हो और लोग सुरक्षित घर जा सकें.
बताते चलें कि साहिबगंज से बिहार के मनिहारी घाट के बीच गंगा नदी में कई मालवाहक जहाज और यात्री जहाज चला करते थे. जिससे यात्रियों को परेशानी नहीं होती थी. प्रत्येक एक घंटे में यात्री जहाज मिलने से लोग आसानी से बिहार-झारखंड आ जा सकते थे, लेकिन पिछले दिनों बीच गंगा में यात्री जहाज के फंसने से बिहार के कटिहार जिला प्रशासन द्वारा जहाज को जब्त कर लिया गया.
मामले में जिला उपायुक्त ने कहा कि निश्चित रूप से एक जहाज चलने से यात्रियों को परेशानी होती होगी. उन्होंने बताया कि एक से अधिक जहाज चलाने के लिए कटिहार जिला प्रशासन को पत्र लिखा गया है, आशा है बहुत जल्द इस पहल पर अमल किया जाएगा.