साहिबगंज: जिले का ब्लड बैंक इन दोनों खून की कमी की समस्या से जूझ रहा है. इससे थैलेसीमिया और एक्सीडेन्ट केस में पीड़ितों को ब्लड के संकट का सामना करना पड़ रहा है. ब्लड बैंक से मिली जानकारी के मुताबिक यहां सिर्फ एक यूनिट ए निगेटिव खून ही बचा है. ऐसे में जरूरत पड़ने पर किसी को एक्सचेंज में भी ब्लड लेने की जरूरत पड़ी तो मुश्किल हो जाएगी. ऐसे में ब्लड बैंक की सुविधा पर सवाल उठ रहे हैं.
ये भी पढ़ें-मुर्दों से पैसे वसूलता अस्पताल ! इलाज के नाम पर पैसे वसूलने का आरोप, जानिए क्या है पूरा माजरा
रक्तदान के लिए कैंप लगाने की जरूरत
साहिबगंज जिला ब्लड बैंक से थैलेसीमिया, पहाड़िया और एक्सीडेन्ट केस में बिना एक्सचेंज के रक्त मुहैया कराने का प्रावधान है पर यहां सिर्फ एक यूनिट ब्लड शेष है. साहिबगंज के सरकारी ब्लड बैंक के इंचार्ज चंदन कुमार ने बताया कि कोरोना काल में कुछ समय पहले रक्तदान शिविर लगाया गया था, पर पर्याप्त स्टॉक नहीं हो पाया था. इधर जिले में तेरह थैलेसीमिया पेशेंट हैं सरकार की गाइडलाइन के अनुसार इन्हें मुफ्त में ब्लड मुहैया कराया जाता है. हर महीने कम से कम 20 से 25 यूनिट ब्लड थैलेसीमिया पेशेंट के लिए जरूरत होती है. इसके अलावा यहां पहाड़िया पेशेंट, एक्सीसिडेंटल केस में भी फ्री में बिना एक्सचेंज के ब्लड दिया जाता है ऐसी स्थिति में अक्सर ब्लड खत्म हो जाता है. जिला प्रशासन की मदद से दोबारा रक्तदान शिविर लगाने की जरूरत है. चंदन कुमार ने रेडक्रॉस सोसाइटी से रक्तदान का प्रचार-प्रसार करने और लोगों से रक्तदान के लिए आगे आने की अपील की है.