साहिबगंज: देश में कोरोना वायरस का संक्रमण काफी तेजी से फैल रहा है. इसके प्रसार को रोकने के लिए झारखंड सरकार स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह के तहत दिशा-निर्देश जारी किए हैं. इसे लेकर साहिबगंज उपायुक्त रामनिवास यादव ने लोगों से गाइलाइन का पालन करने का आग्रह किया है. इसके अलावा उन्होंने कहा कि अब साहिबगंज में ही कोरोना जांच के लिए वायरोलॉजी लैब की शुरुआत हो चुकी है.
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सैंपल देने के लिए नहीं जाना पड़ेगा बाहर
रामनिवास यादव ने बताया कि सदर अस्पताल में बना आरटीपीसीआर लैब मंगलवार से चालू हो गया. आइसीएमआर ने भी इसकी स्वीकृति दे दी है. अब यहां के सैंपल को जांच के लिए बाहर नहीं भेजना होगा. पहले रांची, धनबाद, दुमका और पटना सैंपल भेजना पड़ता था. उपायुक्त ने राजमहल सांसद विजय हांसदा को विशेष धन्यवाद देते हुए कहा कि सांसद के प्रयासों से ही जिले में वायरोलॉजी लैब चालू हो सका है. जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि सरकारी विभाग में जिला मुख्यालय में यह पहला वायरोलॉजी लैब होगा, जिसमें आरटीपीसीआर टेस्ट की सुविधा दी जाएगी.
फिलहाल 200 टेस्ट प्रतिदिन की क्षमता
उपायुक्त ने कहा कि जिले में वायरोलॉजी लैब की शुरुआत होने से अब जिले में ही आरटीपीसीआर टेस्ट हो सकेगी. जिससे राज्य सरकार पर टेस्टिंग का बोझ कम पड़ेगा और जिला प्रशासन ज्यादा से ज्यादा संक्रमित लोगों की पहचान कर उनका इलाज कर पाएगा. वायरोलॉजी लैब में आरटीपीसीआर टेस्ट की सुविधा शुरू होने के बाद प्रत्येक दिन 200 टेस्ट किए जाएंगे. उन्होंने बताया कि लैब में और भी इंस्ट्रूमेंट इंस्टॉल करने के पश्चात प्रतिदिन इसकी क्षमता को 500 से 1000 तक बढ़ाया जाएगा. पहले कोरोना जांच के लिए सैंपल को रांची, धनबाद, दुमका और पटना सैंपल भेजना होता था. सैंपल भेजने से लेकर रिपोर्ट आने तक में कई दिन लग जाते थे, जिससे संक्रमण रोकने में परेशानी होती थी, अब ऐसा नहीं होगा. सैंपल लेने के बाद उसी दिन रात तक जांच रिपोर्ट भी आ जाएगी. जिससे लोगों को अब काफी सहूलियत मिलेगी.