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साहिबगंज: बाढ़ पीड़ितों को नहीं मिल रहा भरपेट भोजन, विधायक ने BDO और SDO की लगाई क्लास

साहिबगंज में बाढ़ पीड़ितों को भरपेट भोजन नहीं मिलने के कारण पीड़ितों ने शिकायत की. जहां बाढ़ पीड़ितों की शिकायत पर विधायक ने शिविर का जांच किया और बीडीओ और एसडीओ की क्लास लगाई. वहीं, डीसी ने कहा कि शिविर में किसी तरह की कमी नहीं होना चाहिए.

बाढ़ ने तबाही मचाई
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Published : Sep 30, 2019, 11:16 AM IST

साहिबगंज: जिले में गंगा नदी का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है. बाढ़ ने तबाही मचा रखी है. बाढ़ पीड़ितों को भरपेट भोजन भी नहीं मिल पा रहा है. बाढ़ पीड़ितों के शिकायत पर विधायक ने शिविर का जांच किया और बीडीओ और एसडीओ की क्लास लगाई. वहीं, डीसी ने शिविर में कोई कमी नहीं होने का दावा भी किया है.

देखें पूरी खबर

10 हजार से अधिक लोग प्रभावित
जानकारी के अनुसार बाढ़ से दियरा क्षेत्र में लगभग दस हजार से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं. सभी के घरों में पानी प्रवेश कर चुका है. मवेशी पानी मे फंसा हुआ है, लोग नाव पर मवेशी को लादकर सुरक्षित स्थान पर आना चालू कर दिया है. जिला प्रशासन और एनडीआरएफ की टीम द्वारा लगातार दियारा क्षेत्र से बाढ़ पीड़ितों को राहत शिविर तक लाया जा रहा है.

ये भी देखें- लगातार बारिश के बाद मंगलवार से रांची वासियों को मिल सकती है राहत

बाढ़ पीड़ितों ने कहा कि सदर बीडीओ द्वारा राहत सामग्री नहीं दिया गया. सैकड़ों लोग वापस बैरंग होकर लौटे. बीडीओ ने कहा कि आधार कार्ड के साथ ही लाभुक का भी होना जरुरी है, नहीं तो किसी तरह का कोई लाभ नहीं मिल पाएगा. वहीं बाढ़ पीड़ितों का कहना है कि बड़ी आस के साथ आए थे कि चूड़ा, गुड़, मोमबत्ती और त्रिपाल मिलेगा, लेकिन इस आपदा के घड़ी में नियम को इतना जटिल बना दिया गया है जो संभव नहीं है. राशन लेने के लिए पूरा परिवार के साथ आना संभव नहीं है. पिछले साल बाढ़ के समय प्रशासन हमारे बाढ़ पीड़ित क्षेत्रों में स्वयं जाकर बांटा था लेकिन इस बार कानून का किताब रखकर राहत सामग्री दिया जा रहा है.

बाढ़ पीड़ितों ने कहा कि कुछ परिवार राहत शिविर में शरण लिए हुए हैं. राहत शिविर में भी भरपेट भोजन नहीं दिया जा रहा है और मवेशियों के लिए चारा तक उपलब्ध नहीं है. राहत शिविर एक ढकोसला है जिला प्रशासन शिविर के आड़ में लूट रही है.

जब पीड़ितों की शिकायत विधायक अनंत ओझा तक पहुंची तो राहत शिविर का निरीक्षण किया और उसमें गड़बड़ी पाया गया. मौके पर मौजूद सदर एसडीओ और बीडीओ से कहा कि यदि आप लोग देने में सक्षम नहीं है तो हम दे देते, एक एक शिविर में तीन सौ से अधिक बाढ़ पीड़ित है और आलू, चावल की कटौती कर रहे है. मौके पर बाढ़ पीड़ितों ने विधायक अनंत ओझा को सारा समस्या सुनाया गया कि इतना भीड़ में 5 किलो आलू और चावल दिया जा रहा है. भरपेट भोजन नहीं मिल रहा है. विधायक भड़के और BDO और SDO से कहा कि नहीं संभल रहा है तो आप सब छोड़ दीजिए.

वहीं, जिले के उपायुक्त राजीव रंजन ने शिविर में किसी प्रकार की कमी नहीं होने का दावा किया. डीसी ने कहा कि बाढ़ पीड़ितों को भरपेट भोजन और सुरक्षा का खयाल रखा जा रहा है. सभी बाढ पीड़ितों को राहत सामग्री दी भी दी जा रही है.

साहिबगंज: जिले में गंगा नदी का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है. बाढ़ ने तबाही मचा रखी है. बाढ़ पीड़ितों को भरपेट भोजन भी नहीं मिल पा रहा है. बाढ़ पीड़ितों के शिकायत पर विधायक ने शिविर का जांच किया और बीडीओ और एसडीओ की क्लास लगाई. वहीं, डीसी ने शिविर में कोई कमी नहीं होने का दावा भी किया है.

देखें पूरी खबर

10 हजार से अधिक लोग प्रभावित
जानकारी के अनुसार बाढ़ से दियरा क्षेत्र में लगभग दस हजार से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं. सभी के घरों में पानी प्रवेश कर चुका है. मवेशी पानी मे फंसा हुआ है, लोग नाव पर मवेशी को लादकर सुरक्षित स्थान पर आना चालू कर दिया है. जिला प्रशासन और एनडीआरएफ की टीम द्वारा लगातार दियारा क्षेत्र से बाढ़ पीड़ितों को राहत शिविर तक लाया जा रहा है.

ये भी देखें- लगातार बारिश के बाद मंगलवार से रांची वासियों को मिल सकती है राहत

बाढ़ पीड़ितों ने कहा कि सदर बीडीओ द्वारा राहत सामग्री नहीं दिया गया. सैकड़ों लोग वापस बैरंग होकर लौटे. बीडीओ ने कहा कि आधार कार्ड के साथ ही लाभुक का भी होना जरुरी है, नहीं तो किसी तरह का कोई लाभ नहीं मिल पाएगा. वहीं बाढ़ पीड़ितों का कहना है कि बड़ी आस के साथ आए थे कि चूड़ा, गुड़, मोमबत्ती और त्रिपाल मिलेगा, लेकिन इस आपदा के घड़ी में नियम को इतना जटिल बना दिया गया है जो संभव नहीं है. राशन लेने के लिए पूरा परिवार के साथ आना संभव नहीं है. पिछले साल बाढ़ के समय प्रशासन हमारे बाढ़ पीड़ित क्षेत्रों में स्वयं जाकर बांटा था लेकिन इस बार कानून का किताब रखकर राहत सामग्री दिया जा रहा है.

बाढ़ पीड़ितों ने कहा कि कुछ परिवार राहत शिविर में शरण लिए हुए हैं. राहत शिविर में भी भरपेट भोजन नहीं दिया जा रहा है और मवेशियों के लिए चारा तक उपलब्ध नहीं है. राहत शिविर एक ढकोसला है जिला प्रशासन शिविर के आड़ में लूट रही है.

जब पीड़ितों की शिकायत विधायक अनंत ओझा तक पहुंची तो राहत शिविर का निरीक्षण किया और उसमें गड़बड़ी पाया गया. मौके पर मौजूद सदर एसडीओ और बीडीओ से कहा कि यदि आप लोग देने में सक्षम नहीं है तो हम दे देते, एक एक शिविर में तीन सौ से अधिक बाढ़ पीड़ित है और आलू, चावल की कटौती कर रहे है. मौके पर बाढ़ पीड़ितों ने विधायक अनंत ओझा को सारा समस्या सुनाया गया कि इतना भीड़ में 5 किलो आलू और चावल दिया जा रहा है. भरपेट भोजन नहीं मिल रहा है. विधायक भड़के और BDO और SDO से कहा कि नहीं संभल रहा है तो आप सब छोड़ दीजिए.

वहीं, जिले के उपायुक्त राजीव रंजन ने शिविर में किसी प्रकार की कमी नहीं होने का दावा किया. डीसी ने कहा कि बाढ़ पीड़ितों को भरपेट भोजन और सुरक्षा का खयाल रखा जा रहा है. सभी बाढ पीड़ितों को राहत सामग्री दी भी दी जा रही है.

Intro:बाढ़ पीड़ितों को नही मिल रहा भरपेट भोजन। पीड़ितों के शिकायत पर विधायक ने किया शिविर का जांच। एसडीओ और बीडीओ को लगाई लताड़। डीसी ने शिविर में कोई कमी नही होने का किया दावा। डीसी के आदेश का निचला स्तर के पदाधिकारी कर रहे है अनदेखी। बाढ़ पीड़ितों के पेट पर डाल रहे है डाका। सदर बीडीओ कानूनी की पढ़ाई कर कानून की बात कर बाढ़ पीड़ितों को भगा रही है कहती है आधार लाओ और लाभुक के साथ आओ तब मिलेगा सारी सुविधा। नोट-- रिपोर्टर्स एप्प से विधायक का शिविर जांच का विसुअल फ़ाइल हो चुकी है ।


Body:बाढ़ पीड़ितों को नही मिल रहा भरपेट भोजन। पीड़ितों के शिकायत पर विधायक ने किया शिविर का जांच। एसडीओ और बीडीओ को लगाई लताड़। डीसी ने शिविर में कोई कमी नही होने का किया दावा। स्टोरी-साहिबगंज-- जिला में बाढ़ से दियरा क्षेत्र में लगभग दस हजार से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं सभी के घरों में पानी प्रवेश कर चुका है मवेशी पानी मे फंसा हुआ है। लोग नाव पर मवेशी को लड़कर सुरक्षित स्थान पर आना चालू कर दिया है।जिला प्रशासन और एनडीआरएफ की टीम द्वारा लगातार दियारा क्षेत्र से बाढ़ पीड़ितों को राहत शिविर तक लाया जा रहा है। बाढ़ पीड़ितों ने कहा कि सदर बीडीओ द्वारा हम लोगो को राहत सामग्री नही दिया गया। सैकड़ो लोग वापस बैरंग लौट रहे है। बीडीओ महोदया ने कहा कि आधार कार्ड लाना होगा साथ में लाभुक का भी होना चाहिए वरना कुछ भी नही मिलेगा। पीड़ितों ने कहा कि बड़ी आस के साथ आए थे कि चूड़ा गुड़ मोमबत्ती और त्रिपाल मिलेगा लेकिन इस आपदा के घड़ी में नियम को इतना जटिल बना दिया गया है जो संभव नहीं है। राशन लेने के लिए पूरा परिवार के साथ आना संभव नहीं है। पीड़ितों ने कहा कि सारा सर मनमानी है पिछले साल बाढ़ के समय प्रशासन हमारे बाढ़ पीड़ित क्षेत्रों में स्वयं जाकर बांटा था लेकिन इस बार कानून का किताब रखकर राहत सामग्री दिया जा रहा है। पीड़ितों ने कहा कि कुछ परिवार राहत शिविर में शरण लिए हुए हैं राहत शिविर में भी भरपेट भोजन नहीं दिया जा रहा है और मवेशियों के लिए चारा तक उपलब्ध नहीं है राहत शिविर एक ढकोसला है जिला प्रशासन शिविर के आड़ में लूट रही है। बाइट- बाढ़ पीड़ित, 1,2,3 जब पीड़ितों की शिकायत विधायक के कान तक पहुची तो राहत शिविर का निरीक्षण किया और गड़बड़ी पाया। मौके पर मौजूद सदर एसडीओ और बीडीओ से कहा कि यदि आप लोग देने में सक्षम नही है तो हम दे देते है एक एक शिविर में तीन सौ से अधिक बाढ़ पीड़ित है और आलू और चावल की कटौती कर रहे है। मौके स्थल बाढ़ पीड़ितों ने विधायक अनंत ओझा को सारा समस्या सुनाया। की इतना भीड़ में 5 किलो आलू और चावल दिया जा रहा है भरपेट भोजन नही मिल रहा है। विधायक भड़के और कहा नही संभल रहा है आप सब छोड़ दीजिए। बाइट- अनंत ओझा- राजमहल विधायक वही जिले के उपायुक्त ने शिविर में किसी प्रकार की कमी नही होने का दावा कर रहे है। डीसी ने कहा कि बाढ़ पीड़ितों को भरपेट भोजन और सुरक्षा का खयाल रखा जा रहा है। सभी बाढ पीड़ितों को राहत सामग्री दी भी दी जा रही है। बाइट- राजीव रंजन,डीसी,साहिबगंज


Conclusion:बाढ़ पीड़ितों के शिकायत पर विधायक भड़के और शिविर में किया जांच पाया गड़बड़ी। सदर एसडीओ और सदर बीडीओ को लगाई क्लास। डीसी के आदेश के नियमो को ताख पर रखकर कर रहे है काम। बाढ पीड़ितों के पेट पर डाल रहे है डांका। नही दे रहे बाढ़ पीड़ितों की राहत सामग्री।
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