साहिबगंज: 16 जून 2020 को लद्दाख में चीनी सैनिकों से भारतीय सैनिकों की हिंसक झड़प हो गई थी, जिसमें साहिबगंज के मुफस्सिल थाना क्षेत्र के दिहारी गांव निवासी कुंदन कुमार ओझा सहित 20 भारतीय जवान शहीद हो गए थे. घटना के बाद देश के लोगों में अब तक आक्रोश है. चीन को सबक सिखाने की मांग को लेकर जगह-जगह प्रदर्शन भी किए गए थे. देश के लोगों में इतना उबाल है कि चीनी सामानों का भी बहिष्कार कर दिया गया है.
इसे भी पढ़ें: आज के ही दिन लद्दाख में चीनी सैनिकों से लोहा लेते शहीद हुए थे कुंदन ओझा, जानिए कैसी है घर की स्थिति
गलवान घाटी में शहीद जवानों की आज पहली बरसी है. जगह-जगह शहीद जवानों को श्रद्धांजलि दी जा रही है. साहिबगंज के मुफस्सिल थाना अंतर्गत दिहाड़ी गांव के रहने वाले शहीद जवान कुंदन ओझा को भी श्रद्धांजलि दी गई. राजमहल विधायक अनंत ओझा और उपायुक्त सहित कई पुलिस पदाधिकारी शहीद कुंदन ओझा के घर पहुंचे और उनकी तस्वीर पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि दी. इस मौके पर विधायक ने कुंदन ओझा के पिता को शॉल ओढ़ाकर सम्मानित भी किया. वहीं लोगों ने शहीद कुंदन ओझा अमर रहे के नारे भी लगाए.
शहीद जवानों की याद में बनेगा तोरण द्वार और स्मारक
विधायक अनंत ओझा ने कहा कि शहीद कुंदन ओझा के शहादत को युगों-युगों तक लोग याद रखेंगे, हमें गर्व है ऐसे वीर सपूतों पर, जो मां भारती की रक्षा के लिए कुर्बान हुए हैं. उन्होंने कहा कि शहीद कुंदन ओझा की याद में दिहाड़ी गांव में एक तोरण द्वार और स्मारक बनाया जाएगा. स्मारक के लिए भूमि पूजन भी किया गया. विधायक ने कहा कि साहिबगंज का ही रहने वाले एक और शहीद जवान मुन्ना यादव जो मुफस्सिल थाना अंतर्गत महादेवगंज गांव के रहने वाले हैं, उनकी याद में भी तोरण द्वार और स्मारक बनाया जाएगा, ताकि लोग उनके जांबाजी को हमेशा याद रखेंगे.
इसे भी पढ़ें: इस बार तेज है मानसून की रफ्तार, जानिये इसकी वजह और फायदे
शहीद जवानों के परिवारों के साथ जिला प्रशासन
वहीं उपायुक्त रामनिवास यादव ने कहा कि जिला प्रशासन मातृभूमि के लिए शहीद हुए जवानों के परिवारों के साथ है, जिला प्रशासन के ओर से जो कुछ कमी रह गई है, उसे जल्द पूरा किया जाएगा.
शहीद जवान कुंदन 2012 में आर्मी में हुए शामिल
शहीद जवान कुंदन कुमार ओझा केवल 26 साल की उम्र में शहीद हो गए थे. उनके पिता रविशंकर ओझा किसान हैं. कुंदन अपनी शहादत से 5 महीने पहले घर आए थे. उनके 4 भाई-बहन हैं, जिसमें कुंदन दूसरे नंबर पर थे. कुंदन ने 2009 में कौदजन्ना से मैट्रिक तक की पढ़ाई की. साहिबगंज कॉलेज से 2011 में इंटर किया. 2011 में बिहार के दानापुर रेजिमेंट से कुंदन की बहाली हुई और 2012 में आर्मी में ज्वाइनिंग हुई थी. कुंदन की शादी 2017 में बिहार के सुल्तानगंज स्थित मीरहटी गांव में निर्मिता से हुई थी. उनकी एक बेटी भी है.