साहिबगंज: गंगा नदी एक तरफ आस्था का केंद्र है तो दूसरी तरफ किसान को हर साल नुकसान सहना पड़ता है. फिर एक बार गंगा नदी पार करने के दौरान मेहनत की फसल नदी में समा गयी. साहिबगंज में नाव हादसा में सैकड़ों टन गेहूं गंगा नदी में डूब गयी.
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गंगा नदी में नाव पलटने से हादसा को लेकर बताया जा रहा है कि उधवा प्रखंड के दक्षिण पलाशगाछी पंचायत अंतर्गत बानूटोला बाजार के सामने गंगा नदी तट पर गेंहू लदे नाव में पानी भर जाने से वो डूब गया. जिससे लगभग 300 क्विंटल गेहूं खराब हो गया है. किसान जसीमुद्दीन शेख ने अपने खेत की उपजी हुई गेहूं नाविक समरुद्दीन शेख के भूटभूटिया नाव में लादकर पश्चिम बंगाल के मालदा जिला के कालियाचक मंडी पंचानंदपुर फेरी घाट होकर बेचने को जा रहा था. दो दिन से नाव में मजदूरों के द्वारा घर से गेंहू लाकर नाव में लोड किया जा रहा था. बानूटोला गंगा नदी के बीच में टापू जैसा गांव है, जहां किसी भी बड़े वाहनों का परिचालन नहीं होता है.
शनिवार सुबह गेंहू लादने का काम पूरा करने के बाद वो मालदा जाने के लिए तैयार होने घर गया था. थोड़ी देर बाद वह घाट पर आया तो देखा कि नाव में पानी भर गया है और नाव में रखा गेंहू भी पानी में डूबा हुआ था. नाव कैसे डूब गया यह स्पष्ट नहीं है लेकिन अनुमान लगाया जा रहा है कि ओवरलोड के कारण या प्लास्टिक के बोरे में गेहूं भरा हुआ था जिसके खिसकने से नाव असंतुलित हो गया होगा, जिससे नाव में पानी भर गया.
इस हादसे के बाद लोगों ने एक दूसरी नाव में भींगा हुआ गेंहू के बोरों को खाली कराया. पीड़ित जसीमुद्दीन शेख ने बताया कि साल भर की उम्मीद पर पानी फिर गया. इसमें लाखों रुपए का नुकसान उन्हें हुआ है.
पिछले साल भी राजमहल में बाढ़ के दिनों में एफसीआई का गेहूं राशन उपभोक्ताओं के लिए ले जाया जा रहा था. ट्रैक्टर पर लादा गेहूं धीरे-धीरे पानी में चला गया था, जिससे सारा अनाज पानी में डूब गया था. साहिबगंज जिला बाढ़ प्रभावित क्षेत्र है, गंगा नदी साहिबगंज जिला से पास होकर बहती है इस तरह की घटनाएं हमेशा होते रहती है. जिला प्रशासन को इस दिशा में ठोस निर्णय लेना चाहिए ताकि किसान को कम से कम क्षति पहुंचे.