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साहिबगंज में 19 फरवरी से माघी महाकुंभ मेला, कई राज्यों से लाखों आदिवासियों के पहुंचने की उम्मीद

साहिबगंज में तीन दिवसीय राजमहल के उत्तर वाहिनी गंगा के किनारे राजकीय माघी पूर्णिमा मेला का आयोजन होने जा रहा है. जिसमें कई राज्यों के लाखों आदिवासी गंगा में स्नान कर पूजा अर्चना करने आते हैं. यह कार्यक्रम 19 से शुरू होकर तीन दिनों तक चलेगा.

साहिबगंज माघी महाकुंभ मेला
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Published : Feb 17, 2019, 12:24 PM IST

साहिबगंज:19 फरवरी से राजमहल के उत्तर वाहिनी गंगा के किनारे राजकीय माघी पूर्णिमा मेला का आयोजन होने जा रहा है. जिसमें कई राज्यों के लाखों आदिवासी गंगा में स्नान कर पूजा अर्चना करने आते हैं. यह कार्यक्रम 19 से शुरू होकर तीन दिनों तक चलेगा.

देखें वीडियो
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श्रद्धालुओं के लिए खास तैयारी

जिला प्रशासन द्वारा इस बार श्रद्धालुओं के लिए खास तैयारी की जा रही है. श्रद्धालुओं के सोने के लिए रजाई-गद्दा की व्यवस्था की गई है. शौचालय के साथ-साथ पानी की भी व्यवस्था की गई है. इसके अलावा घाटों की पूरी तरह से साफ-सफाई की जा रही है.

ये भी पढ़ें- एक ही परिवार के तीन लोगों की मौत, आत्महत्या की आशंका

उत्तर वाहिनी मां गंगा

स्थानीय लोगों का कहना है कि साफहोड़ आदिवासियों के लिए यह महाकुंभ मेला जैसा है. लाखों की संख्या में राजमहल पहुंचकर उत्तर वाहिनी मां गंगा में स्नानकर पूजा करते हैं. यहां झारखंड, बिहार, ओडिशा, बंगाल, नेपाल, गोहाटी, यूपी, छत्तीसगढ़ सहित अन्य राज्यों से यहां लोग पहुंचते हैं.

साहिबगंज:19 फरवरी से राजमहल के उत्तर वाहिनी गंगा के किनारे राजकीय माघी पूर्णिमा मेला का आयोजन होने जा रहा है. जिसमें कई राज्यों के लाखों आदिवासी गंगा में स्नान कर पूजा अर्चना करने आते हैं. यह कार्यक्रम 19 से शुरू होकर तीन दिनों तक चलेगा.

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श्रद्धालुओं के लिए खास तैयारी

जिला प्रशासन द्वारा इस बार श्रद्धालुओं के लिए खास तैयारी की जा रही है. श्रद्धालुओं के सोने के लिए रजाई-गद्दा की व्यवस्था की गई है. शौचालय के साथ-साथ पानी की भी व्यवस्था की गई है. इसके अलावा घाटों की पूरी तरह से साफ-सफाई की जा रही है.

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उत्तर वाहिनी मां गंगा

स्थानीय लोगों का कहना है कि साफहोड़ आदिवासियों के लिए यह महाकुंभ मेला जैसा है. लाखों की संख्या में राजमहल पहुंचकर उत्तर वाहिनी मां गंगा में स्नानकर पूजा करते हैं. यहां झारखंड, बिहार, ओडिशा, बंगाल, नेपाल, गोहाटी, यूपी, छत्तीसगढ़ सहित अन्य राज्यों से यहां लोग पहुंचते हैं.

Intro:राजकीय माघी महाकुम्भ मेला तैयारी अंतिम चरण में,इस बार श्रद्धालुओं के लिये जिला प्रशासन कर रही खास ब्यवस्था।
स्टोरी-सहिबगंज- 19 फरवरी से राजमहल के उत्तर वाहिनी माँ गंगा के किनारे राजकीय माघी पूर्णिमा मेला का आयोजन होने जा रहा है। जिसमे लाखो सफाहोड़ आदिवासी विभिन्न राज्यो से गंगा में स्नान कर पूजा अर्चना करने आते है। यह कार्यक्रम 19 से शुरू होकर तीन दिन तक चलता है । इस राजकीय माघी मेला का उदघाटन हर वर्ष झारखण्ड के मुख्यमंत्री या कोई मंत्री द्वारा किया जाता है इस बार भी आने की संभावना है।
जिला प्रशासन द्वारा इस बार श्रद्धालुओं के लिये खास तैयारी की जा रही है अब श्रद्धालू पुवाल पर नही सोएंगे इसके लिये रजाई गद्दा की ब्यवस्था की गई है। इस बार टेंट वाटर प्रूफ बनाया जा रहा है ।शौचालय के लिए इस बार खास इंतजाम किए जा रहे है ताकि कोई खुले में शौच न करे इसके लिये देवघर से वैन मंगवाया जा रहा है। पानी पीने के लिये भी खास ब्यवस्था की गई है। घाटो की साफ सफाई और इन आदिवासियों के लिये जाहिर थान जो पूजा के लिए बनाया जाता है इसके लिये भी जिला प्रशासन द्वारा बनाया जा रहा है।
बाइट-नैंसी सहाय,डीडीसी,सहिबगंज
स्थानीय लोगो का कहना है कि यह साफ होड़ आदिवासियों के लिये यह महाकुम्भ मेला जैसा है लाखो की संख्या में राजमहल पहुचकर उतरवाहिनी माँ गंगा में स्नानकर पूजा करते है घंटो भगवान की श्रद्धा में लीन रहते है यहाँ पर झारखंड,बिहार,उड़ीसा,बंगाल,नेपाल,गोहाटी,यूपी,छत्तीसगढ़ सहित अन्य राज्यो से यह आदिवासी सादे वस्त्र पहनकर पूजा करते है।
बाइट-मुकुंद कुमार,स्थानीय


Body:राजकीय माघी महाकुम्भ मेला तैयारी अंतिम चरण में,इस बार श्रद्धालुओं के लिये जिला प्रशासन कर रही खास ब्यवस्था।
स्टोरी-सहिबगंज- 19 फरवरी से राजमहल के उत्तर वाहिनी माँ गंगा के किनारे राजकीय माघी पूर्णिमा मेला का आयोजन होने जा रहा है। जिसमे लाखो सफाहोड़ आदिवासी विभिन्न राज्यो से गंगा में स्नान कर पूजा अर्चना करने आते है। यह कार्यक्रम 19 से शुरू होकर तीन दिन तक चलता है । इस राजकीय माघी मेला का उदघाटन हर वर्ष झारखण्ड के मुख्यमंत्री या कोई मंत्री द्वारा किया जाता है इस बार भी आने की संभावना है।
जिला प्रशासन द्वारा इस बार श्रद्धालुओं के लिये खास तैयारी की जा रही है अब श्रद्धालू पुवाल पर नही सोएंगे इसके लिये रजाई गद्दा की ब्यवस्था की गई है। इस बार टेंट वाटर प्रूफ बनाया जा रहा है ।शौचालय के लिए इस बार खास इंतजाम किए जा रहे है ताकि कोई खुले में शौच न करे इसके लिये देवघर से वैन मंगवाया जा रहा है। पानी पीने के लिये भी खास ब्यवस्था की गई है। घाटो की साफ सफाई और इन आदिवासियों के लिये जाहिर थान जो पूजा के लिए बनाया जाता है इसके लिये भी जिला प्रशासन द्वारा बनाया जा रहा है।
बाइट-नैंसी सहाय,डीडीसी,सहिबगंज
स्थानीय लोगो का कहना है कि यह साफ होड़ आदिवासियों के लिये यह महाकुम्भ मेला जैसा है लाखो की संख्या में राजमहल पहुचकर उतरवाहिनी माँ गंगा में स्नानकर पूजा करते है घंटो भगवान की श्रद्धा में लीन रहते है यहाँ पर झारखंड,बिहार,उड़ीसा,बंगाल,नेपाल,गोहाटी,यूपी,छत्तीसगढ़ सहित अन्य राज्यो से यह आदिवासी सादे वस्त्र पहनकर पूजा करते है।
बाइट-मुकुंद कुमार,स्थानीय


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