साहिबगंजः पश्चिम बंगाल पुलिस जिला के 4 मजदूरों का शव लेकर साहिबगंज पहुंची. ये सभी मजदूर रायगंज में हुए सड़क हादसे में मारे गए थे. रंगा थाना अंतर्गत केंदुआ बिशनपुर के शैलेष मरांडी, मिर्जाचौकी थाना अंतर्गत गौरीपुर निवासी सियाराम तुरी, तालझारी थाना अंतर्गत रामा तुरी और मानस कर्मकार का शव गांव पहुंचते ही हाहाकार मच गया.
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बुधवार रात पश्चिम बंगाल के रायगंज में बुधवार को भीषण सड़क हादसा हुआ था, जिसमें 6 मजदूर की दर्दनाक मौत हो गई थी, इनमें 4 मजदूर साहिबगंज के रहने वाले थे. प. बंगाल पुलिस पोस्टमार्टम के बाद उनकी पहचान कर शुक्रवार को सड़क मार्ग से चारों का शव लेकर साहिबगंज पहुंची. प. बंगाल पुलिस ने शवों को उनके परिजनों के हवाले कर दिया.
इन मजदूर का शव बंगाल से साहिबगंज पहुंचने पर स्थानीय लोगों में आक्रोश है. उनका यही कहना है कि अगर विधानसभा सत्र में इलाके में रोजगार, उद्योग-धंधा स्थापित को लेकर विचार विमर्श होता तो आज यह दिन नहीं आता. साहिबगंज में उद्योग-धंधा नहीं रहने की वजह से लोग मजबूर होकर अन्य राज्यों में कमाने जा रहे हैं.
झारखंड सरकार की नियमावली के अनुसार अगर किसी मजदूर का रजिस्ट्रेशन श्रमिक कार्यालय में दर्ज है और उसकी मौत अपने राज्य या अन्य राज्यों में हो जाती है उसे एक लाख तक मुआवजा मिलने की संभावना है. बंगाल पुलिस पोस्टमार्टम का रिपोर्ट के साथ शव को सुपुर्द किया है ऐसी स्थिति में श्रमिक कार्यालय में रिपोर्ट दिखाने पर मुआवजा मिल जाएगी.
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पश्चिम बंगाल के उत्तर दिनाजपुर जिला के रायगंज में बुधवार देर रात सड़क हादसा हो गया. जानकारी के मुताबिक झारखंड से लखनऊ जा रही बस अचानक तालाब में गिर गई. जिससे मौके पर 6 श्रमिकों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए. रायगंज में सड़क हादसा नेशनल हाईवे-34 पर रात 10:45 बजे हुआ. पुलिस के अनुसार, एक प्रवासी श्रमिक ने झारखंड से लखनऊ जाने के लिए प्राइवेट बस को बुक किया था. राष्ट्रीय राजमार्ग पर रफ्तार तेज होने से बस अनियंत्रित हो गई और एक वाहन से टकरा गई.