साहिबगंज: झारखंड के मुख्यमंत्री और झारखंड मुक्ति मोर्चा के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन को अपनी ही पार्टी के विधायक से चुनाैती मिल रही है. यह चुनौती दे रहे हैं साहिबगंज जिले के बोरियो से झामुमो विधायक लोबिन हेंब्रम. स्थानीयता नीति के सवाल पर लोबिन ने मुख्यमंत्री के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. इससे झामुमो की किरकिरी हो रही है. ऐसे में सवाल ये उठ रहा है कि क्या मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन अपने विधायक के खिलाफ कार्रवाई करेंगे.
1932 खतियान के आधार पर स्थानीय नीति निर्धारित करने की मांग पर झामुमो विधायक लोबिन हेंब्रम ने तीन अप्रैल को बोरियो में रैली निकालने की घोषणा की है. रैली डाकबंगला परिसर से प्रखंड मुख्यालय तक जाएगी. इसके बाद वहीं आमसभा होगी. कार्यक्रम में साहिबगंज जिले के झामुमो कार्यकर्ताओं को भी लोबिन हेंब्रम ने आमंत्रित किया है. इसके अलावा झारखंड आंदोलनकारी रहे पुराने साथियों से भी लोबिन हेंब्रम सीधे संपर्क कर रहे हैं. लोबिन की बढ़ती सक्रियता के बीच झामुमो के साहिबगंज जिलाध्यक्ष शाहजहां अंसारी ने कार्यकताओं को चेतावनी दी है कि बोरियो की रैली में जाना अनुशासनहीनता माना जाएगा.
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जिला संगठन ने लोबिन को दी चेतावनी: स्थानीय नीति के मामले पर बोरियो विधायक लोबिन हेंब्रम सीधे मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को निशाने पर ले रहे हैं. साहिबगंज जिले के बोरियो से लोबिन हेंब्रम विधायक हैं. तो बरहेट से हेमंत सोरेन. खुद के निर्वाचन क्षेत्र में रैली निकाल कर लोबिन अपनी ताकत दिखाने की कोशिश में हैं. ऐसी स्थिति में साहिबगंज में झामुमो के जिला संगठन ने सभी पदाधिकारियों और कार्यकारिणी सदस्यों को संदेश दिया गया है कि वे खुद को लोबिन की रैली से अलग रखें.
झामुमो जिलाध्यक्ष शाहजहां अंसारी के बयान पर लोबिन हेंब्रम ने कहा कि जिलाध्यक्ष को जो करना है वह करें और उन्हें जो करना है, वह करेंगे. उन्होंने कहा कि कितने लोगों को वे पार्टी से निकालते हैं यह देखने वाली बात होगी.