साहिबगंज: लोकसभा चुनाव 2019 में झारखंड की लोकसभा सीटों के लिए भाजपा ने शनिवार को 10 उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है. इसमें राजमहल लोकसभा सीट से पार्टी के कद्दावर नेता हेमलाल मुर्मू को दोबारा लोकसभा प्रत्याशी बनाया है.
हेमलाल मुर्मू शुरू से झामुमो पार्टी से जुड़कर साहिबगंज के बरहेट विधानसभा सीट से विधायक रहे हैं. जेएमएम पार्टी ने सीनियर नेता होने के नाते साल 2004 में राजमहल लोकसभा सीट से प्रत्याशी के रूप में चुना. इस चुनाव में उन्होंने कांग्रेस के दिग्गज नेता थॉमस हांसदा को 2974 वोट से हराकर जीत दर्ज की.
2009 में राजमहल लोकसभा सीट से झामुमो से फिर हेमलाल मुर्मू और बीजेपी के देविधन बेसरा के बीच टक्कर हुई. लेकिन बीजेपी ने 8983 वोटों से हेमलाल को हराकर जीत दर्ज की. हेमलाल जेएमएम से नाराज होकर 2014 के लोकसभा चुनाव के कुछ दिन पहले बीजेपी में जॉइन हो गए. भाजपा ने 2014 के लोकसभा चुनाव में हेमलाल मुर्मु को प्रत्याशी घोषित किया.
इसके बाद कांग्रेस से नाराज होकर हेमलाल के बेटे विजय हांसदा ने जेएमएम का दामन थाम लिया. जेएमएम ने विजय हांसदा को प्रत्याशी चुना. बीजेपी और जेएमएम की जोरदार टक्कर में जेएमएम के विजय हांसदा ने बीजेपी के हेमलाल मुर्मू को 41337 वोट के अंतर से हराया. अब 2019 में एक बार फिर से बीजेपी ने हेमलाल मुर्मू को अपना प्रत्याशी चुना है और जेएमएम से सिटींग विधायक विजय हांसदा का टिकट तय है. एक बार फिर से बीजेपी और जेएमएम के बीच कड़ी टक्कर होने जा रही है.
राजमहल लोकसभा सीट अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित है और इस लोकसभा में आदिवासी, अल्पसंख्यक, क्रिस्चियन की संख्या अधिक है. महागठबंधन में जेएमएम से कांग्रेस, राजद, झाविमो से होना तय हो गया है. ये तीन समुदाय का वोट जिस तरफ जाता है, उसकी जीत तय मानी जाती है. देखना यह होगा कि क्या फिर से हेमलाल बीजेपी के झोली में सीट दे पाते हैं.